America News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद से भारत और चीन के बीच नजदीकियां बढ़ती देखी गई हैं. बीते दिनों आयोजित हुए SEO सम्मेलन में दोनों देशों के नेताओं ने एक-दूसरे का गर्मजोशी से स्वागत किया. ऐसे में अमेरिका का एक बयान सामने आया है. बता दें कि अमेरिका की पूर्व सलाहकार मैरी किसेल का कहना है कि अमेरिका अकेले हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला नहीं कर सकता है. इसका सामना करने के लिए उसे भारत की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका की साझेदारी इस क्षेत्र में बीजिंग के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.
भारत-अमेरिका संबंध
मैरी किसेल ने 'फॉक्स न्यूज' को दिए एक इंटरव्यू में कहा,' अगर हम वास्तव में कम्युनिस्ट चीन को अमेरिका और हमारे जीवन के तरीके के लिए सबसे बड़ा खतरा मानते हैं, तो हमें भारत की जरूरत है. यह एक तथ्य है. हम एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अकेले उनका सामना नहीं कर सकते हैं.' उन्होंने कहा कि अमेरिका को न केवल ऑस्ट्रेलिया और जापान बल्कि भारत जैसे देश की भी जरूरत है.
SCO शिखर सम्मेलन में भारत की भूमिका
बता दें कि मैरी किसेल की टिप्पणी 25वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन के बाद आई है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं. इस दौरान पीएम मोदी ने भारत-रूस के बीच मजबूत संबंधों पर जोर दिया और कहा कि दोनों देश हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी द्विपक्षीय बैठक में वैश्विक व्यापार को स्थिर करने में भारत और चीन की अर्थव्यवस्थाओं की भूमिका को मान्यता दी. उन्होंने अक्टूबर 2024 में BRICS शिखर सम्मेलन के दौरान अपनी पिछली बैठक के बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में बढ़ती सकारात्मकता और स्थिर प्रगति का स्वागत किया.
अमेरिका के लिए चुनौती
पीएम मोदी ने SCO समिट में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बात की. इस दौरान उन्होंने भारत-रूस के संबंधों पर जोर देते हुए कहा कि दोनों देश हर कठिन परिस्थिति में हमेशा कंधे से कंधा मिलकार खड़े रहते हैं. SCO सम्मेलन को लेकर किसेल ने कहा कि इस समिट के दौरान भारत की भागीदारी ट्रंप प्रशासन के लिए चीन के जिद्दीपन से निपटने में बड़ी चुनौती बन सकती है. उन्होंने आगे कहा,' हमें न केवल ऑस्ट्रेलिया- जापान में अपने दोस्तों बल्कि भारत के भी सहयोग की जरूरत है. मुझे लगता है कि यह बैठक ट्रंप प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती को उजागर कर रही है.'
FAQ
अमेरिका को भारत की आवश्यकता क्यों है?
मैरी किसेल के अनुसार, अमेरिका को भारत की आवश्यकता है क्योंकि भारत-अमेरिका की साझेदारी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि अमेरिका अकेले इस क्षेत्र में चीन का सामना नहीं कर सकता है.
मैरी किसेल के बयान का क्या महत्व है?
मैरी किसेल के बयान से पता चलता है कि अमेरिका भारत के साथ मजबूत संबंध बनाने के लिए उत्सुक है ताकि वह चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला कर सके. यह बयान भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है.