Last Updated:April 25, 2025, 08:46 IST
Pahalgam Attack Hindu Women Recite Allahu Akbar: पहलगाम में आतंकी हमले में जो बचकर आए हैं- उनके जुबान पर एक ही कहानी है कि आतंकी आए, नाम और धर्म पूछा फिर कलमा पढ़ने को कहा. जो कलमा पढ़ पाया तो ठीक, नहीं तो सीधे...और पढ़ें

आतंकियों ने पति को कैसे मारा महिला ने सुनाई आपबीती.
Pahalgam Attack Hindu Women Recite Allahu Akbar: ‘हमने तुरंत अपने माथे से ‘टिकली’ (बिंदी) हटाई और ‘अल्लाहु अकबर’ का नारा लगाया… मगर आतंकियों ने एक न सुनी और हमारे पतियों को गोली मार दी. ये कहानी है मंगलवार को देश के जन्नत में खूनी खेल से बचकर आई उस महिला की जिसके पति और उनके दोस्त को दरिंदो ने गोली मारकर हत्या कर दी. उनका नाम संगीता गुनबोटे है. दिग्गज नेता शरद पवार शोकाकुल परिवार से मिलने पुणे उनके आवास पहुंचे थे, तब रोते हुए पूरी कहानी बताई.
गुनबोटे और जगदाले अपने परिवारों के साथ पहली बार कश्मीर की यात्रा पर पहुंचे थे. मगर, यह उनकी अंतिम यात्रा साबित हुई, आतंकियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. संगीता के 58 साल के पति कौस्तुभ गुनबोटे और उनके बचपन के दोस्त संतोष जगदाले (50) के पार्थिव शरीर को गुरुवार सुबह पुणे के वैकुंठ श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. उनके अंतिम संस्कार में हजारों लोग शामिल हुए. अंतिम संस्कार के दौरान लोगों के आंखों में गम के आंसू और गुस्सा दोनों था.
लोगों से लगाई मदद की गुहार
अंतिम यात्रा के दौरान, संगीता ने उस डरावने पल के एक-एक क्षण के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि जैसे ही उनके पति और दोस्त को गोली लगी, हम तुरंत बाजार की तरफ भागे. जगदाले की पत्नी और बेटी के साथ घायलों की मदद के लिए घोड़े पर सवार होकर पहलगाम के मेन बाजार में पहुंचे. हमने मदद के लिए गुहार लगाई और स्थानीय लोगों से जिम्मेदार अधिकारियों से हमले की जानकारी देने के लिए गुहार लगाई.
स्थानीय लोगों ने की मदद
उन्होंने बताया, ‘घाटी तक पहुंचने के लिए हमने एक स्थानीय घुड़सवार को काम पर रखा था. उन्होंने ही हमें बाजार तक पहुंचने में मदद की. एक दूसरे स्थानीय कैब ड्राइवर ने उन्हें अधिकारियों से संपर्क करने में मदद की. तब तक सेना और पुलिस मौके पर पहुंच चुकी थी. सेना के हेलिकॉप्टर से घायलों से अस्पताल पहुंचाना शुरू कर दिया था.
आतंकवाद के खिलाफ एकजुट
संगीता से मिलने शरद पवार के अलावा चंद्रकांत पाटिल और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण भी पहुंचे थे. वहीं, केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल और राज्य मंत्री माधुरी मिसाल अंतिम संस्कार में शामिल हुए. इससे पहले जगदाले और गुनबो के शवों फ्लाइट से सुबह करीब 4 बजे पुणे पहुंचा. कुछ दोस्त, कुछ जानकार और सगे संबंधियों के अलावा पूरा शहर शोक संतप्त के घर पहुंच रहे थे. उन्होंने आतंकवाद के एकजुटता दिखाई.
दुनिया को संदेश दे भारत
अंतिम संस्कार में पंहुचे चंद्रकांत गाडगिल ने कहा, ‘आतंकवादियों ने जो किया वह अमानवीय था. भारत की प्रतिक्रिया से दुनिया को यह संदेश जाना चाहिए कि हम उग्रवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे.’ प्रमिला ज़ुरंग ने भी इस बात पर सहमति जताते हुए कहा, ‘हमले में शामिल लोगों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए.’
Location :
Pune,Maharashtra
First Published :
April 25, 2025, 08:46 IST