Last Updated:November 10, 2025, 17:18 IST
ईडी ने रेत खनन मामले में अरुण सराफ को गिरफ्तर किया है. (फाइल फोटो)कोलकाता. जांच एजेंसी ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय (ED), कोलकाता जोनल कार्यालय ने G D Mining Private Limited के प्रमोटर अरुण सराफ को पश्चिम बंगाल अवैध रेत खनन (Illegal Sand Mining) मामले में गिरफ्तार किया है. ईडी के तफ्तीशकर्ताओं ने सराफ को 6 नवंबर को हिरासत में लिया था, उसके बाद उसे औपचारिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी को ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) की धारा 19 के तहत गिरफ्तार किया है. उन्हें 14 नवंबर तक ईडी की हिरासत में भेजा गया है.
ईडी ने यह जांच पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज विभिन्न FIRs के आधार पर शुरू की थी, जिनमें रेत की चोरी और अवैध बिक्री तथा फर्जी रोड ई-चालान के जरिए परिवहन का मामला दर्ज किया गया था. FIR के अनुसार, दो रेत से लदे ट्रक भसरा पुल के पास पकड़े गए थे जो फर्जी रोड ई-चालान के जरिये चोरी की रेत ले जा रहे थे. जांच में पाया गया कि ये चालान G D Mining Pvt. Ltd. द्वारा जारी किए गए थे. पुलिस ने संबंधित वाहनों और चालानों को जब्त कर लिया था.
ईडी की जांच में यह खुलासा हुआ कि अरुण सराफ, जो कंपनी के प्रमुख निर्णय लेते थे, ने इस अवैध रेत खनन घोटाले को बड़े स्तर पर संगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इससे भारी मुनाफा कमाया. इस मामले में ईडी ने 08.09.2025 को कोलकाता और झाड़ग्राम स्थित 16 परिसरों पर तलाशी ली थी. तलाशी में G D Mining Pvt. Ltd. के दफ्तरों से 29 लाख रुपये नकद, कई आपत्तिजनक दस्तावेज़ और डिजिटल सबूत बरामद किए गए. कंपनी की चल-अचल संपत्तियों से संबंधित रिकॉर्ड भी जब्त किए गए.
ईडी जांच में यह भी पाया गया कि फर्जी या अमान्य चालानों का उपयोग अवैध रूप से नदी या स्टॉक पॉइंट्स से रेत की ढुलाई के लिए किया जा रहा था. आरोपी व्यक्ति/संस्थाएं इन चालानों के जरिये चोरी की गई रेत को वैध स्टॉक पॉइंट्स से अवैध रूप से स्थानांतरित करती थीं. जांच में यह भी सामने आया कि इस अवैध रेत कारोबार से उत्पन्न नकदी को बैंक खातों में कैश डिपॉजिट के रूप में नियमित खातों में मिलाया गया था.
इन धोखाधड़ी पूर्ण तरीकों के माध्यम से आरोपियों ने बड़े पैमाने पर रेत की चोरी, अवैध ढुलाई और बिक्री की, जिससे कई लोगों को अनुचित लाभ हुआ. जांच एजेंसी के मुताबिक यह भी सामने आया है कि यह मोडस ऑपरेंडी बड़े पैमाने पर अपनाया जा रहा है. इसके अलावा, अन्य व्यक्तियों की भूमिका, अपराध की आय (Proceeds of Crime) का पता लगाना, और उसकी लेयरिंग व प्लेसमेंट की जांच जारी है.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
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Location :
Kolkata,West Bengal
First Published :
November 10, 2025, 17:18 IST

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