ट्रम्प के दोस्त ने US-आर्मी को ₹1100 करोड़ डोनेशन दिया:अभी तक नाम का खुलासा नहीं; अमेरिका में 25 दिन से सरकारी शटडाउन जारी

4 hours ago

वॉशिंगटन डीसीकुछ ही क्षण पहले

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अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने शुक्रवार को बताया कि उसने सैनिकों के वेतन के लिए 130 मिलियन डॉलर (लगभग 1,100 करोड़ रुपए) का एक सीक्रेट डोनेशन स्वीकार किया है।

यह डोनेशन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एक अनजान "दोस्त" ने दिया है, ताकि सरकारी बंद के दौरान सैनिकों को तनख्वाह मिल सके। हालांकि इस डोनेशन से कई सवाल खड़े हो गए हैं।

ट्रम्प ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में इस डोनेशन की बात बताई और दानदाता को देशभक्त कहा। उन्होंने दानदाता का नाम नहीं बताया, क्योंकि वह अपनी पहचान छुपाना चाहता है।

अमेरिका में 1 अक्टूबर से शुरू हुए सरकारी शटडाउन को 25 दिन हो गए हैं। अमेरिका के दोनों प्रमुख दल डेमोक्रेट और रिपब्लिकन में ओबामा हेल्थ केयर सब्सिडी प्रोग्राम को लेकर ठनी हुई गई है। डेमोक्रेट्स चाहते थे कि हेल्थ केयर (स्वास्थ्य बीमा) की सब्सिडी बढ़ाई जाए।

रिपब्लिकन को डर है कि अगर सब्सिडी बढ़ाई गई तो सरकार को खर्च करने के लिए और पैसे की जरूरत पड़ेगी, जिससे बाकी सरकारी काम प्रभावित होंगे।

पैसा सैनिकों के वेतन और अन्य सुविधा के लिए इस्तेमाल होगा

पेंटागन के प्रवक्ता शॉन पार्नेल ने कहा कि यह पैसा सैनिकों के वेतन और अन्य सुविधाओं के लिए इस्तेमाल होगा। उन्होंने डेमोक्रेट्स पर सैनिकों का वेतन रोकने का इल्जाम भी लगाया।

हालांकि, यह 130 मिलियन डॉलर सैनिकों के वेतन के लिए जरूरी अरबों रुपए की तुलना में बहुत कम है। पिछले हफ्ते ट्रम्प सरकार ने 6.5 अरब डॉलर का इंतजाम करके सैनिकों को तनख्वाह दी थी।

अब अगली तनख्वाह कुछ ही दिनों में देनी है, और यह साफ नहीं है कि सरकार फिर से पैसे का इंतजाम कैसे करेगी। सैनिकों का वेतन एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है।

पिछले हफ्ते सरकार ने मिलिट्री रिसर्च के लिए रखे 8 अरब डॉलर में से कुछ पैसा सैलरी के लिए इस्तेमाल किया था। लेकिन अगले हफ्ते फिर से ऐसा करना मुश्किल हो सकता है।

डोनेशन के नियमों और पारदर्शिता पर सवाल

पार्टनरशिप फॉर पब्लिक सर्विस के प्रमुख मैक्स स्टायर ने इस डोनेशन को "अजीब" बताया और कहा कि यह सैनिकों के वेतन को निजी डोनेशन से देना सही नहीं लगता। उन्होंने इसे 'किसी के बार बिल चुकाने' जैसा बताया। उन्होंने इस डोनेशन के नियमों और पारदर्शिता पर सवाल उठाए।

पेंटागन के नियम कहते हैं कि 10,000 डॉलर से ज्यादा का डोनेशन लेने से पहले यह जांचना जरूरी है कि दानदाता का रक्षा मंत्रालय से कोई गलत संबंध तो नहीं है। लेकिन अभी तक दानदाता का नाम और इस डोनेशन की पूरी जानकारी सामने नहीं आई है।

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