Last Updated:June 09, 2025, 13:50 IST
Lenskart IPO : आईवियर प्रोडक्ट जैसे चश्मे और लेंस आदि बनाने वाली कंपनी लेंसकार्ट ने जल्द ही अपना आईपीओ उतारने की बात कही है. यह साल 2025 में अब तक आए आईपीओ में सबसे बड़ा हो सकता है.

लेंसकार्ट ने 1 अरब डॉलर का आईपीओ उतारने की प्लानिंग कर ली है.
हाइलाइट्स
लेंसकार्ट जल्द ही 8500 करोड़ का आईपीओ लाएगी.लेंसकार्ट का आईपीओ 2025 का सबसे बड़ा हो सकता है.लेंसकार्ट ने 2008 में शुरुआत की और 2000 से अधिक रिटेल स्टोर हैं.नई दिल्ली. आईकेयर प्रोडक्ट जैसे चश्मे, लेंस आदि बनाने वाली कंपनी लेंसकार्ट ने जल्द ही शेयर बाजार में उतरने की पूरी प्लानिंग कर ली है. गुरुग्राम स्थित कंपनी ने जल्द ही प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) लॉन्च करने की तैयारियां पूरी कर ली है. कंपनी के बोर्ड ने 30 मई को एक बैठक में लेंसकार्ट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड का नाम बदलकर लेंसकार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड करने का विशेष प्रस्ताव पारित किया, साथ ही 1 अरब डॉलर (करीब 8,500 करोड़ रुपये) का आईपीओ लाने को भी मंजूरी प्रदान की.
इस कदम से लेंसकार्ट का इरादा एक या अधिक भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध होने का संकेत मिलता है. हालांकि, कंपनी ने अभी तक इश्यू के आकार या समय का खुलासा नहीं किया है. अपनी फाइलिंग में लेंसकार्ट ने कहा कि नाम परिवर्तन से उसे प्रस्तावित सार्वजनिक पेशकश के साथ आगे बढ़ने की अनुमति मिलेगी. इससे पहले मनीकंट्रोल ने खुलासा किया था कि लेंसकार्ट कोटक महिंद्रा कैपिटल, एक्सिस कैपिटल, सिटी, मॉर्गन स्टेनली और अवेंडस कैपिटल सहित कई बैंकरों के एक समूह को अपने आईपीओ प्रक्रिया को पूरा करने के लिए नियुक्त कर सकता है.
कब शुरू हुई कंपनी
साल 2008 में पीयूष बंसल, अमित चौधरी, नेहा बंसल और सुमीत कपाही ने लेंसकार्ट की शुरुआत की थी. लेंसकार्ट भारत का सबसे बड़ा ओमनी-चैनल आईवियर ब्रांड बन गया है, जिसमें ऑनलाइन उपस्थिति के साथ-साथ 2,000 से अधिक रिटेल स्टोर भी खोले जा चुके हैं. कंपनी साल 2019 में यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हुई और इसे सॉफ्टबैंक, टेमासेक, अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA), अल्फा वेव ग्लोबल, KKR, केदारा कैपिटल और TPG जैसे प्रमुख निवेशकों का समर्थन प्राप्त है.
43,000 करोड़ है कंपनी
लेंसकार्ट ने जून 2024 में टेमासेक और फिडेलिटी से 20 करोड़ डॉलर का फंड जुटाया था, जिससे कंपनी की वैल्यूएशन 5 अरब डॉलर (करीब 43 हजार करोड़ रुपये) को भी पार कर चुकी है. हालांकि, FY24 में इसके वित्तीय परिणामों में गिरावट आई. नियामक फाइलिंग के अनुसार, इसने 5,427 करोड़ रुपये के ऑपरेटिंग रेवेन्यू पर 10 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया. इससे पहले कंपनी मुनाफे में थी.
टेक सेक्टर का बड़ा आईपीओ होगा
लेंसकार्ट के आईपीओ न केवल उपभोक्ता ब्रांडों के लिए निवेशकों की रुचि दिखेगी, बल्कि कंपनी के लंबे समय से बाजार में प्रवेश करने की कोशिशों को भी नया आयाम मिलेगा. अगर आईपीओ सफल रहता है तो यह भारत के आईवियर क्षेत्र में लेंसकार्ट की स्थिति को और मजबूत करेगा. बीते दिसंबर में ही लेंसकार्ट ने तेलंगाना सरकार के साथ एक विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए लगभग 1,500 करोड़ रुपये के निवेश का समझौता किया है. इस यूनिट से करीब 2,100 लोगों को सीधे रोजगार मिलने का अनुमान है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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