Last Updated:December 13, 2025, 22:39 IST
Justice GR Swaminathan: एसपी वैद ने जस्टिस जीआर स्वामीनाथन पर विपक्षी महाभियोग की आलोचना की. उन्होंने हिंदू परंपरा बचाने पर सवाल उठाया और संसद से प्रस्ताव खारिज होने की उम्मीद जताई. एसपी वैद ने लिखा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का सम्मान करने के बजाय, विपक्षी पार्टियां उन पर महाभियोग की मांग कर रही हैं. क्या अब अपनी ही जमीन पर हिंदू परंपराओं के लिए खड़ा होना एक सजा वाला जुर्म है?
जस्टिस स्वामीनाथन के खिलाफ विपक्षी सांसदों ने महाभियोग लाने का प्रस्ताव दिया है. (फाइल फोटो)जम्मू-कश्मीर. जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद (एसपी वैद) ने जस्टिस जीआर स्वामीनाथन पर विपक्षी पार्टियों द्वारा महाभियोग लाने की कड़ी आलोचना की है और सवाल उठाया है कि क्या अब अपनी ही जमीन पर हिंदू परंपराओं के लिए खड़ा होना एक सजा वाला जुर्म है? एसपी वैद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो शेयर कर कहा कि इंडिया गठबंधन के लगभग 100 सांसदों ने स्पीकर को जस्टिस जीआर स्वामीनाथन के खिलाफ महाभियोग लाने के लिए पत्र दिया है.
उन्होंने कहा कि मद्रास हाईकोर्ट के जज जस्टिस जीआर स्वामीनाथन ने मदुरै के मंदिर में सदियों से चली आ रही परंपरा पर फैसला सुनाया था, और उस पर विपक्ष के सांसद महाभियोग ला रहे हैं, जबकि पूरा भारत जानता है कि जब दिल्ली हाईकोर्ट के जज के घर में आग लगी और करोड़ों रुपए बरामद हुए.
पूर्व डीजीपी ने सवाल उठाया कि उनके खिलाफ विपक्ष के लोगों ने कोई आवाज नहीं उठाई. जस्टिस जीआर स्वामीनाथन के मामले में एक फैसला देने पर महाभियोग प्रस्ताव ला रहे हैं. भारत के इतिहास में ऐसा नहीं हुआ है कि एक फैसला देने के लिए जज के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया जाए.
उन्होंने कहा कि जज के फैसले को उच्चतम अदालत में ले जाया जा सकता है. एक जज को अपनी ड्यूटी करने पर महाभियोग प्रस्ताव लाना, इस तरह का रोल पूरा भारत देख रहा है. यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. मुझे विश्वास है कि भारत की संसद इसे खारिज कर देगी.
पूर्व डीजीपी ने वीडियो शेयर कर कैप्शन में लिखा है कि पुरानी हिंदू परंपरा को बचाने के लिए जस्टिस जीआर स्वामीनाथन पर विपक्षी पार्टियों का हमला बहुत बुरा है, लेकिन जब जस्टिस यशवंत वर्मा के घर में आग लगने के बाद करोड़ों रुपए मिले थे, तब यह गुस्सा कहां था? उन्होंने लिखा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का सम्मान करने के बजाय, विपक्षी पार्टियां उन पर महाभियोग की मांग कर रही हैं. क्या अब अपनी ही जमीन पर हिंदू परंपराओं के लिए खड़ा होना एक सजा वाला जुर्म है?
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राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
Location :
Jammu and Kashmir
First Published :
December 13, 2025, 22:33 IST

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