Last Updated:November 04, 2025, 19:39 IST
Coimbatore Gang Rape Case: कोयंबटूर गैंगरेप मामले में पुलिस ने 300 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की जांच की. चोरी की मोटरसाइकिल पर तीनों युवक मौके पर पहुंचे थे. कॉलेज की स्टूडेंट एयरपोर्ट के पास कार में अपने दोस्त के साथ बैठी थी. युवकों ने कार का शीशा फोड़कर दोनों को बाहर निकाला और फिर वारदात को अंजाम दिया.
पुलिस मामले की जांच कर रही है. नई दिल्ली. तमिलनाडु के कोयंबटूर में हुए दिल दहला देने वाले गैंगरेप केस में तीनों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद धर दबोचा. बड़ा सवाल यह है कि आखिर पुलिस वारदात के बाद कैसे इन युवकों तक पहुंची? इस मामले की तहकीकात में पुलिस ने 300 से ज्यादा CCTV फुटेज खंगाले. दरअसल, आरोपियों ने वारदात से पहले चोरी की TVS 50 और एक iPhone भी लूटा था. इन्हीं सुरागों ने पुलिस को अपराधियों तक पहुंचाया. चोरी की बाइक और एयरपोर्ट रोड के CCTV फुटेज में दिखे तीनों संदिग्धों की पहचान मिलते ही पुलिस ने मेट्टुपालयम इलाके में उनके संभावित ठिकानों पर निगरानी बढ़ा दी.
आखिरकार, सोमवार रात करीब 10.40 बजे पुलिस ने उन्हें वेल्लाकिनारू इलाके में घेर लिया. जब टीम ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तो तीनों ने पुलिस पर हमला कर दिया. आत्मरक्षा में पुलिस ने उनके पैरों में गोली मारी, जिससे तीनों घायल हो गए और पकड़ लिए गए. एक पुलिस कांस्टेबल भी इस झड़प में घायल हुआ.
फिलहाल तीनों आरोपियों और घायल कांस्टेबल का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है. कोयंबटूर पुलिस कमिश्नर ए. सरवण सुंदर ने कहा कि यह गिरफ्तारी सटीक तकनीकी निगरानी और लोकल इंटेलिजेंस का नतीजा है. जांच जारी है, और पुलिस अब आरोपियों के पुराने मामलों की भी छानबीन कर रही है.
घटना 2 नवंबर की रात की है, जब ये तीनों आरोपी सतीश उर्फ करुप्पासामी, उसका भाई कार्ति उर्फ कालीश्वरन और उनका रिश्तेदार गुना उर्फ थवासी चोरी की एक टू-व्हीलर (TVS 50) पर कोयंबटूर एयरपोर्ट रोड की तरफ जा रहे थे. रास्ते में उन्होंने शराब पी और एक कार में बैठे कपल को देखा. बताया जाता है कि उन्होंने पहले पत्थरों से कार की खिड़कियां तोड़ीं और छात्रा के दोस्त पर धारदार हथियार से हमला किया. इसके बाद छात्रा को पास के अंधेरे और सुनसान इलाके में खींच ले गए, जहां उन्होंने वारदात को अंजाम दिया. घायल युवक ने रात करीब 11.20 बजे पुलिस को फोन कर मदद मांगी. पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और छात्रा को अस्पताल ले जाकर इलाज शुरू करवाया. साथ ही, उसे मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग भी दी गई.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
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First Published :
November 04, 2025, 19:39 IST

4 hours ago
