Last Updated:August 03, 2025, 07:53 IST
Bihar Draft Electoral Roll: बिहार की सियासत में तब नया तूफान खड़ा हो गया जब राजद नेता तेजस्वी यादव ने दावा किया कि उनका वोटर आईडी नंबर बदल दिया गया और इससे उनकी मतदाता सूची में मौजूदगी संदिग्ध हो गई. लेकिन, कुछ...और पढ़ें

हाइलाइट्स
तेजस्वी यादव का दावा-वोटर लिस्ट से नाम गायब, चुनाव आयोग पर बीजेपी की साजिश का आरोप. चुनाव आयोग का खंडन- तेजस्वी यादव का नाम सूची में, दूसरा EPIC नंबर अमान्य, अब जांच शुरू. जेडीयू- बीजेपी का हमला- तेजस्वी पर फर्जी दावे का आरोप, सियासी ड्रामे पर NDA का पलटवार.पटना. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शनिवार को पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि उनका नाम वोटर लिस्ट से गायब है. उन्होंने अपने फोन को स्क्रीन से जोड़कर EPIC नंबर RAB2916120 डालकर दिखाया, जिसके बाद ‘कोई रिकॉर्ड नहीं मिला’ का संदेश आया. इस पर तेजस्वी यादव ने कहा, मेरा नाम नहीं है तो मैं चुनाव कैसे लड़ूंगा? यह लोकतंत्र की हत्या है”. उन्होंने चुनाव आयोग पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का भी आरोप लगा दिया. लेकिन, इसके बाद चुनाव आयोग ने तेजस्वी के दावे को ‘भ्रामक और तथ्यहीन’ करार दिया. आयोग ने स्पष्ट किया कि तेजस्वी का नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची में सीरियल नंबर 416, बूथ 204 (वेटरनरी कॉलेज, पटना) पर दर्ज है और उनका EPIC नंबर RAB0456228 है. इसका उपयोग उन्होंने 2020 के चुनाव में भी किया था. चुनाव आयोग ने कहा कि तेजस्वी द्वारा बताया गया दूसरा EPIC नंबर RAB2916120 अस्तित्व में नहीं है. अब निर्वाचन आयोग ने इसकी जांच शुरू कर दी है और दो वोटर आईडी होने पर FIR की चेतावनी दी है. अब इसको लेकर राजनीति गर्म हो गई है.
जेडीयू-बीजेपी का पलटवार
राजद नेता तेजस्वी यादव के दावे के बाद सत्तारूढ़ जेडीयू और बीजेपी ने तीखा हमला बोला. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने X पर ड्राफ्ट वोटर लिस्ट का स्क्रीनशॉट साझा कर तेजस्वी का नाम और फोटो दिखाते हुए कहा, तेजस्वी यादव को सर्च करने की योग्यता नहीं. बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीया ने भी X पर लिखा, तेजस्वी का दावा फर्जी है. उनका नाम सूची में है. यह मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश है. जेडीयू नेता नीरज कुमार ने इसे ‘राजनीतिक धोखाधड़ी’ करार दिया.
सियासी घमासान और आरोप-प्रत्यारोप
तेजस्वी यादव के दावे ने बिहार में सियासी पारा चढ़ा दिया है. राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने दावा किया कि चुनाव आयोग ने तेजस्वी का EPIC नंबर बिना सूचना बदला गया है. वहीं, विपक्ष ने विशेष गहन संशोधन (SIR) प्रक्रिया पर सवाल उठाए जिसमें 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए. तेजस्वी यादव ने कहा, हर विधानसभा से 25-30 हजार नाम हटाए गए. यह गरीबों और प्रवासियों को वोटिंग से वंचित करने की साजिश है. दूसरी ओर, बीजेपी ने इसे मतदाता सूची की शुद्धता के लिए जरूरी कदम बताया.
क्या तेजस्वी यादव अपने दावे में फंस गए?
तेजस्वी का दावा और आयोग का खंडन अब सवाल खड़े कर रहा है. अगर दूसरा EPIC नंबर गलत है तो तेजस्वी यादव ने इसे प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्यों इस्तेमाल किया? क्या यह सियासी ड्रामा था या वास्तव में यह गलती है? यह तो चुनाव आयोग की जांच से यह साफ होगा, लेकिन फिलहाल तेजस्वी के दावे ने उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठा दिए हैं. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले यह विवाद राजद के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर सकता है.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...
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First Published :
August 03, 2025, 07:53 IST