नई दिल्ली (College Admission Tips). विभिन्न यूनिवर्सिटी और कॉलेज में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है. जेईई एडवांस्ड रिजल्ट जारी हो चुका है. काउंसलिंग पूरी होते ही आईआईटी, एनआईटी समेत सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन प्रोसेस शुरू हो जाएगा. मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए नीट यूजी रिजल्ट का इंतजार किया जा रहा है और अन्य कोर्सेस में सीयूईटी यूजी रिजल्ट के आधार पर एडमिशन मिलेगा. इन दिनों कॉलेज एडमिशन प्रक्रिया में भी फर्जीवाड़ा आम हो गया है.
स्कूल की पढ़ाई खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स की जिंदगी का नया चैप्टर शुरू होता है. कॉलेज में एडमिशन लाइफ का नया पड़ाव है. सही कॉलेज और कोर्स चुनने के लिए कई बातों को ध्यान में रखना जरूरी है. इस दौरान की गई एक छोटी सी भी गलती करियर पर भारी पड़ सकती है. अगर आप कॉलेज में एडमिशन की तैयारी कर रहे हैं तो यह गाइड आपके काम आ सकती है. इससे आप एडमिशन के बीच होने वाले फर्जीवाड़े से बचकर अपना करियर सिक्योर कर पाएंगे.
कॉलेज एडमिशन गाइड
कॉलेज में एडमिशन लेना ज़िंदगी का एक बड़ा फैसला है. इस प्रक्रिया को शुरू करने से पहले नीचे दिए गए टिप्स जरूर पढ़ें.
1. तय करें अपने लक्ष्य और पसंद
कोर्स चुनें: अपनी पसंद, स्किल्स और करियर गोल्स के आधार पर कोर्स तय करें (जैसे इंजीनियरिंग, मेडिकल, आर्ट्स, कॉमर्स आदि).
करियर स्कोप: नौकरी की डिमांड (जैसे CSE, AI, मेडिसिन) और उभरते क्षेत्र (रिन्यूएबल एनर्जी, डेटा साइंस) पर रिसर्च करें.
सलाह लें: शिक्षकों, माता-पिता या काउंसलर से बात करें. इससे ताकत और कमजोरियों का आकलन करने में मदद मिलेगी.
2. जरूरी है कॉलेज की रिसर्च
रैंकिंग और प्रतिष्ठा: NIRF रैंकिंग (nift.ac.in), प्लेसमेंट रिकॉर्ड और फैकल्टी की क्वॉलिटी चेक करें. भारत में IITs, NITs, AIIMS, DU और BITS जैसे संस्थान टॉप पर हैं.
लोकेशन: घर के पास या मेट्रो शहर (जैसे दिल्ली, मुंबई) में कॉलेज चुनें, जहां इंडस्ट्री एक्सपोजर बेहतर हो.
सुविधाएं: कैंपस, हॉस्टल, लाइब्रेरी, लैब और खेल सुविधाओं की जानकारी लें.
प्राइवेट vs सरकारी: सरकारी कॉलेजों में फीस कम (₹1-3 लाख/वर्ष) होती है, जबकि प्राइवेट में ज्यादा (₹4-10 लाख/वर्ष).
3. समझें कॉलेज की प्रवेश प्रक्रिया
पात्रता: 12वीं के अंक (जैसे 60% या अधिक), विषय (PCM, PCB) और आयु सीमा आदि चेक करें.
प्रवेश परीक्षा: कई कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम जरूरी हैं:
इंजीनियरिंग: JEE Main, JEE Advanced, BITSAT, VITEEE आदि
मेडिकल: NEET UG
मैनेजमेंट: CUET, IPMAT
आर्ट्स/कॉमर्स: CUET (कई विश्वविद्यालयों के लिए)
आवेदन तिथियां: डेडलाइन नोट करें. जून 2025 में DU, JNU और अन्य के लिए CUET-आधारित आवेदन शुरू हो सकते हैं.
वेबसाइट चेक करें: कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट (जैसे du.ac.in, iitb.ac.in) से फॉर्म, फीस और दस्तावेज की जानकारी लें.
4. तैयार रखें जरूरी डॉक्यूमेंट्स
मूलभूत दस्तावेज:
10वीं और 12वीं की मार्कशीट और सर्टिफिकेट
प्रवेश परीक्षा का स्कोरकार्ड (जैसे NEET, JEE)
पहचान पत्र (आधार कार्ड, पासपोर्ट)
निवास प्रमाण
जाति/श्रेणी प्रमाणपत्र (SC/ST/OBC/EWS, यदि लागू)
पासपोर्ट साइज फोटो
ऑनलाइन अपलोड: डॉक्यूमेंट्स की स्कैन्ड कॉपी को PDF या JPG फॉर्मेट में तैयार रखें. फाइल साइज (जैसे 100 KB-1 MB) की लिमिट चेक कर लें.
मूल कॉपी: काउंसलिंग या सत्यापन के लिए मूल दस्तावेज साथ रखें.
5. फाइनेंशियल प्लान क्या है?
फीस: ट्यूशन फीस, हॉस्टल और अन्य खर्च (जैसे किताबें, लैपटॉप) का बजट बनाएं.
स्कॉलरशिप: मेरिट या श्रेणी-आधारित स्कॉलरशिप्स के लिए आवेदन करें (जैसे NSP, state.gov.in या कॉलेज-विशिष्ट).
एजुकेशन लोन: बैंकों (SBI, HDFC) से लोन विकल्प, ब्याज दर (8-12%) और रीपेमेंट अवधि चेक करें.
खर्च का अनुमान: सरकारी कॉलेजों में ₹1-3 लाख/वर्ष, प्राइवेट में ₹4-10 लाख/वर्ष.
6. सेफ्टी का भी रखें ध्यान
सिक्योरिटी: कॉलेज कैंपस और हॉस्टल की सुरक्षा (CCTV, गार्ड) चेक करें, खासकर लड़कियों के लिए.
हॉस्टल vs PG: हॉस्टल की उपलब्धता, लागत (₹5,000-₹15,000/महीना) और भोजन की क्वॉलिटी देखें. वैकल्पिक रूप से PG या किराए का फ्लैट चुनें.
सेहत: मेडिकल सुविधाएं और आस-पास के हॉस्पिटल्स की जानकारी लें.
7. कॉलेज में भी हो सकता है फर्जीवाड़ा
फर्जी कॉलेज: केवल UGC, AICTE या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कॉलेज चुनें. वेबसाइट (ugc.ac.in) से सत्यापित करें.
एजेंट से अलर्ट: एडमिशन एजेंट्स से सावधान रहें; सीधे कॉलेज से संपर्क करें.
पेमेंट: फीस केवल ऑफिशियल कॉलेज अकाउंट या पोर्टल पर जमा करें.
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