Last Updated:May 09, 2025, 14:01 IST
Pahalgam terror attack: पहल्गाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बड़ी कार्रवाई की. इस बीच राजकोट के पूर्व सैनिक सुरेशभाई अमीपारा ने कहा, “सैनिक कभी रिटायर नहीं होता, देश के लिए जान देने क...और पढ़ें

पूर्व सैनिक सुरेशभाई अमीपारा
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस हमले के बाद भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान के साथ कई अहम समझौते रद्द कर दिए हैं. वहीं पाकिस्तान ने इसे युद्ध की आशंका से जोड़कर पेश किया है. अब हालात बेहद तनावपूर्ण हो चुके हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना का पलटवार
इस हमले के जवाब में भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू करते हुए आतंक को पनाह देने वाले 9 ठिकानों पर जबरदस्त हवाई हमला किया है. भारत के इस कड़े कदम के बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है. ऐसे माहौल में देश में युद्ध जैसी स्थिति बन गई है और लोग सैनिकों के हौसले को सलाम कर रहे हैं.
‘एक सैनिक कभी रिटायर नहीं होता’ – पूर्व सैनिक सुरेशभाई
राजकोट में रहने वाले पूर्व सैनिक सुरेशभाई अमीपारा ने लोकल 18 से बात करते हुए कहा, “एक सैनिक कभी रिटायर नहीं होता. वह हमेशा देश के लिए तैयार रहता है.” उन्होंने बताया कि अगर देश को हमारी जरूरत पड़ी तो हम सीमा पर जाने में एक पल की भी देरी नहीं करेंगे.
‘हमेशा देश के साथ खड़े हैं’ – जुनून आज भी वही है
सुरेशभाई ने बताया कि उन्होंने 45 दिनों तक कारगिल युद्ध में हिस्सा लिया था. इसके अलावा 5 साल तक आतंकवाद विरोधी अभियानों में और 2 साल तक कश्मीर सीमा पर तैनात रहे. उन्होंने कहा, “आज भी मैं उसी जुनून से लड़ने के लिए तैयार हूं. सिर्फ मैं ही नहीं, हर पूर्व सैनिक देश के लिए जान देने को तैयार है.”
‘पूर्व सैनिक देश की रीढ़ हैं’ – अनुभव को गंभीरता से लेना चाहिए
सुरेशभाई ने कहा, “हमारे जैसे पूर्व सैनिक किसी भी आपदा के समय देश के साथ होते हैं. हम भगवान राम की सेना की तरह देश के रक्षक हैं.” उन्होंने ये भी सुझाव दिया कि देश की मजबूती के लिए हर नागरिक को सेना जैसा प्रशिक्षण मिलना चाहिए और पूर्व सैनिकों के अनुभव को देश की नीतियों में शामिल किया जाना चाहिए.
जरूरत पड़ी तो जान भी हाज़िर है
सुरेशभाई ने गर्व के साथ कहा, “अगर हालात बिगड़ते हैं तो हम फिर से देश की रक्षा के लिए तैयार हैं. हम न हथियारों से डरते हैं, न ही मौत से. जब बात देश की हो, तो हर सैनिक आगे खड़ा रहता है.” उनकी ये बातें आज देश के युवाओं को भी प्रेरणा दे रही हैं.