Last Updated:September 19, 2025, 19:11 IST
इंडियन स्टाफिंग फेडरेशन रिपोर्ट के अनुसार 2026-27 तक फ्लेक्सी कर्मचारियों की संख्या 91.6 लाख होगी, यूपी रोजगार में चौथे और फैक्ट्रियों में टॉप 5 राज्यों में शामिल है.

नई दिल्ली. देश में कार्य के आधार पर अनुबंध पर नियुक्त किये जाने वाले ‘फ्लेक्सी’ कर्मचारियों की संख्या सालाना आधार पर 12.6 प्रतिशत बढ़कर 2026-27 तक 91.6 लाख होने का अनुमान है. फ्लेक्सी-स्टाफिंग उद्योग में कोई कंपनी सीधे तौर पर कर्मचारियों को नौकरी पर नहीं रखती, बल्कि काम के आधार पर अनुबंध पर कर्मचारियों को नियुक्त करती है. कंपनियों के बीच इस तरह के मॉडल की डिमांड भी लगातार बढ़ती जा रही है.
इंडियन स्टाफिंग फेडरेशन (आईएसएफ) की नई रिपोर्ट के अनुसार, वित्तवर्ष 2026-27 तक इस श्रमबल की संख्या सालाना आधार पर संचयी रूप से 12.6 प्रतिशत बढ़कर 91.6 लाख तक पहुंच सकती है, जिससे रोजगार के नए और लचीले अवसर बनेंगे. ‘इंडियन फ्लेक्सी स्टाफिंग इंडस्ट्री 2025’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में फ्लेक्सी-स्टाफिंग उद्योग के 17.3 प्रतिशत की दर से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2026-27 तक 2,58,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है.
कंपनियां क्यों बढ़ा रहीं यह मॉडल
रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियां इस मॉडल को इसलिए अपना रही हैं, क्योंकि इससे उन्हें जरूरत के हिसाब से कर्मचारी मिल जाते हैं. खासकर त्योहारी सीजन या खास परियोजनाओं के लिए. यह कंपनियों को काम में लचीलापन देता है और कानूनी औपचारिकताओं का बोझ कम करता है. इंडियन स्टाफिंग फेडरेशन के अध्यक्ष लोहित भाटिया ने कहा कि यह रिपोर्ट भारत के आर्थिक वृद्धि में ‘फ्लेक्सी-स्टाफिंग’ के विशाल योगदान को दर्शाती है. यह रोजगार का एक सुरक्षित और संगठित मॉडल है, जो कर्मचारियों को उचित वेतन और सामाजिक लाभ देता है.
रोजगार देने में यूपी चौथे पायदान पर
कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, देश में यूपी रोजगार देने के मामले में चौथे पायदान पर है. इतना ही नहीं यूपी अब फैक्ट्रियों की संख्या के मामले में भी टॉप 5 राज्यों में शामिल हो गया है. वित्तवर्ष 2013-14 से 2024 तक यानी 10 साल में करीब 57 लाख नौकरियां निकली हैं. इस दौरान पूरे देश में उत्पादन का मूल्य हर साल करीब 12 फीसदी की दर से बढ़ा है, जबकि उत्पादन की ग्रोथ 5.80 फीसदी रही है. सबसे ज्यादा ग्रोथ वाले उद्योग मेटल, ऑटो, केमिकल, फूड प्रोडक्ट और फार्मा रहे हैं.
किस राज्य में सबसे ज्यादा फैक्ट्री
देश में फैक्ट्रियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. अगर सबसे ज्यादा फक्ट्री की बात करें तो तमिलनाडु इस मामले में पहले पायदान पर है. यहां देश की कुल फैक्ट्रियों में से 15.43 फीसदी हैं, जबकि दूसरे नंबर पर काबिज गुजरात में 12.81 फीसदी फैक्ट्रियां हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र में 10.20 फीसदी फैक्ट्रियां हैं, जबकि चौथे पायदान पर मौजूद यूपी में 6.80 फीसदी फैक्ट्रियां हैं.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 19, 2025, 19:11 IST