DNA Analysis: वैसे, ट्रंप ने एक और शख्स की परेशानी बढ़ा दी है. ये शख्स पाकिस्तानी मूल के सादिक खान हैं, जो इस समय लंदन के मेयर भी हैं. ट्रंप को लंदन के मेयर की शक्ल पसंद नहीं है. वो पाकिस्तानी मूल के सादिक खान को उन्होंने दुनिया का सबसे खराब मेयर बताया और उनके साथ डिनर करने से भी मना कर दिया. उन्होंने अपने ब्रिटेन दौरे में साफ-साफ कह दिया था कि उनके स्वागत में जो भोज दिया जाएगा, वहां सादिक खान दिखाई नहीं देने चाहिए. इस बात का खुलासा किसी और ने नहीं खुद ट्रंप ने किया है. लंदन के मेयर के लिए इससे बड़ी तौहीन की बात और क्या हो सकती है.
गुरुवार को एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने मेयर सादिक खान पर जम कर गुस्सा निकाला. उन्होंने सादिक खान को दुनिया का सबसे खराब मेयर करार दिया. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने यूके में रॉयल भोज में सादिक खान को शामिल होने से मना करवा दिया. ट्रंप ने कहा कि सादिक खान ने मेयर के तौर पर बहुत खराब काम किया है. क्राइम कंट्रोल करने और इमिग्रेशन के मुद्दे पर वे बुरी तरह फेल हुए हैं.
ट्रंप के इस बयान पर मेयर सादिक खान की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. खान के करीबी सूत्रों के हवाले से कहा गया है, 'ट्रंप की राजनीति भय और भेदभाव वाली है. ये उस महान राजधानी के बारे में कहा जा रहा है जो ग्लोबल सक्सेस स्टोरी की एक मिसाल है. यह यूएस के प्रमुख शहरों से कहीं ज्यादा ओपन, डायनामिक और सेफ है. कई वजहों में शायद यह भी एक वजह है कि रिकॉर्ड संख्या में अमेरिकी लंदन को अपना घर बना रहे हैं.'
डोनाल्ड ट्रंप की लंदन मेयर सादिक खान से नाराजगी नई नहीं है. वह कई मौकों पर सादिक खान पर तीखा हमला बोल चुके हैं. 16 से 18 सितंबर तक 2 दिनों के ब्रिटेन के दौरे के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति की लंदन के मेयर सादिक खान के प्रति नाराजगी एक बार फिर सामने आई. इस बार उन्होंने सादिक को दुनिया का सबसे खराब मेयर कहा है.
'Stone Cold Loser'
ट्रंप और खान के बीच तनाव की शुरुआत वर्ष 2015 में पहली बार दिखाई दी थी. यह शुरुआत ट्रंप के मुस्लिम-विरोधी ट्रैवल बैन प्रस्ताव से हुई, जिसकी खान ने आलोचना की थी. तब ट्रंप ने खान को "stone cold loser", "very dumb", "disaster" और "nasty person" जैसे शब्दों से संबोधित किया.
'यह बहाना शर्मनाक है'
वर्ष 2016 में खान ने डेमोक्रेटिक कन्वेंशन में ट्रंप पर हमला किया. जवाब में ट्रंप ने कहा कि, 'खान ने मुझ पर हमला किया, जबकि वे मुझे जानते भी नहीं.' वर्ष 2017 में लंदन ब्रिज में टेरर अटैक हुआ. इस पर मेयर खान ने कहा कि, 'चिंता की कोई बात नहीं.' इस पर ट्रंप ने कहा कि, 'कम से कम 7 लोग मरे हैं और खान कहते हैं कि चिंता मत करो. यह बहाना शर्मनाक है.'
'खान एक nasty person है'
वर्ष 2017 में ही लंदन में एक और हमला हुआ जिस पर ट्रंप ने कहा कि, 'लंदन जैसे मेयर की जरूरत नहीं.' वर्ष 2019 में ट्रंप स्टेट विजिट पर लंदन गए. वहां उन्होंने विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया और कहा टखान एक stone cold loser है, जो लंदन में अपराध पर फोकस नहीं करता.' वर्ष 2019 में ही ट्रंप के गोल्फ खेलने पर खान ने टिप्पणी की. जवाब में ट्रंप ने कहा, 'अक्षम मेयर खान. चाकू अपराध पर फोकस करो, जो लंदन में बेकाबू है.' इसी वर्ष जुलाई महीने में खान ने ट्रंप के यूके विजिट से पहले उनकी आलोचना की. इस पर ट्रंप ने कहा, 'खान एक nasty person है, जो terrible job कर रहा है.'
और अब यानी सितंबर 2025 में ट्रंप के दूसरे यूके स्टेट विजिट को लेकर खान ने उन्हें 'Far Right' यानी भड़काने वाला कहा. फिर ट्रंप कहां चुप रहने वाले थे उन्होंने कहा, 'खान दुनिया के worst mayors में से एक immigration पर disaster. मैंने उसे banquet से रोका.'
सादिक खान: अत तक का सबसे खराब मेयर!
ट्रंप के हमले 2017 से 2019 के बीच सबसे तीव्र थे, जब लंदन में आतंकी घटनाएं हुईं और यह दुश्मनी अब तक दोनों तरफ से बरकरार है. ट्रंप ने खान की आलोचना मुख्य रूप से लंदन में अपराध , आतंकवाद, इमिग्रेशन और खराब प्रशासन पर केंद्रित रखी है. ट्रंप अक्सर खान की तुलना De Blasio जैसे अमेरिकी डेमोक्रेट मेयरों से करते रहे हैं. ट्रंप अकेले नहीं हैं जो सादिक खान को खराब मेयर बता रहे हैं. उनकी प्रशासनिक असफलताओं को लेकर इस तरह की आलोचनाएं आम हैं.
चाकूबाजी के अपराध में 54 प्रतिशत की वृद्धि
उन पर आरोप है कि वर्ष 2016 से 2023 के बीच चाकूबाजी के अपराध में 54 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. उन पर यह भी आरोप है कि वे आतंकवाद पर सॉफ्ट रवैया अपनाते हैं. आरोप यह भी है कि उनके कार्यकाल में 60 प्रतिशत तक परिवहन का किराया बढ़ा और 3 लाख से ज्यादा लोग बेघर हुए. सादिक खान की आलोचना यह कह कर की जाती है कि उन्होंने अवैध प्रवासियों को लंदन में बसा कर इसे 'पाकिस्तान के किसी गंदे शहर की तरह कबाड़' बना दिया है या इसे 'तीसरी दुनिया का कचरा' बना दिया है. लेकिन कई बार ये आलोचनाएं नस्लवादी भी होती हैं. लंदन की समस्याएं जटिल हैं. शहर अभी भी विश्व की सबसे जीवंत जगहों में है, लेकिन सुधार की जरूरत है.