इस तरह अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे ट्रंप? इस बार के विरोध की वजह तगड़ी है

4 hours ago

Trump bitcoin protest: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक फेवरेट लाइन है- I've been making deals all my life. यानी मैं जीवन भर सौदे करता रहा हूं. कहते हैं राष्ट्रपति बनने के बाद कारोबारी हो या नेता कुछ प्रोटोकॉल को फॉलो करते हैं लेकिन ट्रंप शायद हमेशा डील की खोज में रहते हैं. इसीलिए ट्रंप ने कल रात को अमेरिका में एक क्रिप्टो करेंसी की पार्टी की. कल बिटकॉइन पिज्जा डे था और ट्रंप ने इस दिन को भी एक डील में बदल दिया. इस पार्टी के जरिए उन्होंने अपनी क्रिप्टो करेंसी TRUMP मेमेकॉइन में 1258 करोड़ रुपये का निवेश करवाया. कभी हार्वर्ड तो कभी एपल से विवाद करने वाले ट्रंप इस पार्टी के बाद अब खुद विवादों में आ चुके हैं.

ट्रंप अमेरिका से कुछ छिपा रहे हैं?

इस पार्टी में ट्रंप के ही क्रिप्टो करेंसी में सबसे ज्यादा निवेश करने वाले 220 लोगों को बुलाया गया था. इसमें से टॉप 25 लोगों को पहले ट्रंप के साथ अलग से बैठने और चर्चा करने का भी मौका दिया गया. हालांकि आपको ये जानकार आश्चर्य होगा कि ट्रंप की इस पार्टी में जस्टिन सन नाम का एक चीन का नागरिक भी शामिल हुआ था.

ऐसे अमेरिका को ग्रेट बनाएंगे ट्रंप!

जस्टिन सन ने ही अपने सोशल मीडिया हैंडल पर वीडियो पोस्ट करके अपनी पोजीशन और लोकेशन के बारे में जानकारी साझा की. रिपोर्ट्स के मुताबिक जस्टिन सन ने ट्रंप से जुड़े क्रिप्टो करेंसी में कुल 790 करोड़ निवेश किया है. दावा किया जा रहा कि इस पार्टी में आए 220 लोगों में से आधे से ज्यादा अमेरिकी नागरिक नहीं थे.

इसीलिए जब अमेरिका में ट्रंप की क्रिप्टो करेंसी वाली पार्टी हो रही थी उस दौरान सैकड़ों लोग बाहर इस पार्टी का विरोध कर रहे थे. लोगों ने  अमेरिका इज नॉट फॉर सेल. रिप्टो भ्रष्टाचार बंद करो. गेस् लिस्ट जारी करो. जैसे नारे लगाकर ट्रंप की क्रिप्टो डील पार्टी का विरोध किया.

पूरी दुनिया से गिफ्ट लेने वाले ट्रंप ने इस पार्टी में जस्टिन सन जैसे अपने सबसे बड़े 4 निवेशकों को 1-1 लाख डॉलर की घड़ी भी गिफ्ट की. हालांकि ट्रंप को पता है जो पैसे गिफ्ट में दिए गए है उससे ज्यादा पैसा वो डील से कमा चुके हैं.

दरअसल बीते 18 महीनों में क्रिप्टो करेंसी को लेकर ट्रंप का ह्रदय परिवर्तन हुआ है. 2024 से पहले ट्रंप क्रिप्टो करेंसी के खिलाफ थे. लेकिन 2024 में एकाएक उन्होंने अपनी क्रिप्टो करेंसी से जुड़ी कंपनी और अपने नाम की क्रिप्टो करेंसी भी लॉन्च कर दी. दरअसल ट्रंप एक राजनेता कम और कारोबारी ज्यादा है. ट्रंप ने जब देखा कि क्रिप्टो करेंसी से मोटी कमाई हो सकती है तो अपना नया कारोबार क्रिप्टो को भी बना लिया. इसीलिए पिछले महीने पाकिस्तान के क्रिप्टो काउंसिल से भी डील की थी. क्रिप्टो करेंसी को लेकर ट्रंप को क्यों लालच है? इसे अब आप बेहद ध्यान से पढ़िए.

हर साल 22 मई को दुनिया में बिटकॉइन पिज्जा दिवस मनाया जाता है. 2025 में ट्रंप समेत दुनिया भर के निवेशकों बिटकॉइन पिज्जा डे तो धूमधाम से मनाया. Bitcoin Pizza Day को लेकर एक दिलचस्प घटना है. 22 मई 2010 को अमेरिका के फ्लोरिडा में एक अमेरिकी नागरिक लास्ज-लो हनयेज ने दो बड़े पिज्जा के लिए 10 हजार बिटकॉइन खर्च किए थे. उस समय बिटकाइन की कुल कीमत केवल 41 डॉलर थी. किसी सामान को खरीदने के लिए पहली बार बिटकॉइन का इस्तेमाल किया गया था. आज 10 हजार बिटकॉइन की कीमत 9 हजार 342 करोड़ रुपये हैं. यानी 2010 में जिस पिज्जा को खरीदने के लिए अमेरिकी नागरिक हनयेज ने 1847 रुपये खर्च किए गए थे अगर वो पैसा नहीं खर्च करते तो आज उसकी कीमत 9 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा होती.

BITCOIN PIZZA DAY का विश्लेषण

22 मई 2010 को 10 हजार बिटकॉइन खर्च करके केवल2 पिज्जा मिला था. लेकिन आज अगर 10 हजार बिटकॉइन से पिज्जा खरीदा जाए तो. 1-2-3 नहीं  बल्कि 10 करोड़ पिज्जा खरीदें जा सकते हैं. वो भी LARGE साइज के पिज्जा. आज आप भी इस स्टोरी को और विस्तार से जाकर पढ़िए. हमेशा DNA देखिए जहां हम हर रोज आपके लिए कुछ दिलचस्प जानकारी काफी रिसर्च के साथ खोजकर लाते हैं.

जिस रेस्टोरेंट से पिज्जा खरीदा गया था आज भी वहां इसका एक पोस्टर लगा है. उस पोस्टर में 22 मई 2010 के दिन जिक्र है और लिखा है MAKERS OF THE FAMOUS BITCOIN PIZZAS.

ट्रंप दुनिया के सबसे पावरफुल राष्ट्रपति है. 2010 में ट्रंप की उम्र 63 साल थी और उन्हें शायद अफसोस है कि 15 साल पहले क्रिप्टो करेंसी में पैसा क्यों नहीं लगाया? अगर ऐसा किया होता तो शायद आज सबसे पावरफुल राष्ट्रपति के साथ ही दुनिया के सबसे अमीर बिजनेस मैन भी होते. अपनी इसी गलती को सुधारने के लिए ट्रंप अब लगातार डील करने में जुटे हैं.

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