इराक पर मंडराया बिजली कटौती का संकट, अमेरिका ने क्यों किया छूट देने से इनकार?

1 month ago

Iraq News: अमेरिका और ईरान के बीच तकरार बढ़ती जा रही है. इस तकरार की वजह से अब इराक को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. अमेरिका ने इराक के लिए पाबंदियों में दी गई उस छूट को अपडेट करने से इनकार कर दिया है. जिसके तहत उसे प्रतिबंधों का उल्लंघन किए बिना ईरान से बिजली खरीदने की अनुमति दी गई थी. एक अमेरिकी अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी है.

अपडेट नहीं किया

बगदाद में अमेरिकी दूतावास ने एक बयान में कहा कि पाबंदियों में दी गई पिछली छूट शनिवार को समाप्त हो गई और अमेरिकी विदेश विभाग ने इसे अपडेट नहीं किया है. बयान में कहा गया कि यह निर्णय राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान पर ‘अधिकतम दबाव डालने वाले अभियान’ के हिस्से के रूप में आया है. जिसे ईरान के परमाणु खतरे को समाप्त करने, उसके बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को रोकने और उसे आतंकवादी समूहों का समर्थन करने से रोकने के लिए डिजाइन किया गया है.

बयान में कहा गया है, ‘‘हम इराकी सरकार से आग्रह करते हैं कि वह जितनी जल्दी हो सके, ईरानी ऊर्जा स्रोतों पर अपनी निर्भरता समाप्त करे और ऊर्जा क्षेत्र में स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए इराकी प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता का स्वागत करे. तेल और गैस की अपनी संपदा के बावजूद इराक युद्ध, भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के कारण दशकों से बिजली की कमी से जूझ रहा है और अपनी बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए आयातित ईरानी गैस के साथ-साथ ईरान से आयातित बिजली पर बहुत अधिक निर्भर है.

इराक में बिजली की कटौती आम बात है, खास तौर पर चिलचिलाती गर्मी के महीनों में. कई इराकियों को ‘डीजल जनरेटर’ पर निर्भर रहना पड़ता है या 50 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान में झेलना पड़ता है. जिस छूट की अवधि समाप्त हुई है, उसका सीधा संबंध बिजली आयात से है. यह अभी स्पष्ट नहीं है कि इराक अपने बिजली संयंत्रों के लिए ईरान से गैस आयात करना जारी रख पाएगा या नहीं. अमेरिकी दूतावास के बयान में कहा गया है कि ईरान से आयातित बिजली का हिस्सा इराक में बिजली की कुल खपत के केवल चार प्रतिशत के बराबर है. इराक के एक अधिकारी ने कहा कि इराक को ईरानी गैस से संचालित बिजलीघरों से मिलने वाली लगभग 8,000 मेगावाट बिजली तथा ईरान से सीधे आयात की जाने वाली 500 मेगावाट बिजली की हानि का सामना करना पड़ सकता है. (भाषा)

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