No vegetarian food is found in this country: हर देश की अपनी अनूठी संस्कृतियां, परंपराएं और खान-पान की आदतें होती हैं. एक देश के लोगों के लिए जो सामान्य है, वो दूसरे देश के लोगों के लिए अलग-अलग संस्कृतियों और जीवन शैली के कारण अजीब हो सकता है. ये कहानी एक ऐसे देश की है जो अपनी अलग विशेषताओं के लिए जाना जाता है. इस देश में एक आदमी भी वेजिटेरियन नहीं है. अगर यहां किसी का पेट खराब हो जाए तो वो इंडिया वालों की तरह लाइट फूड में खिचड़ी, दलिया और मूंग की दाल का पानी नहीं पिएगा, खाएगा तो बंदा नॉनवेज ही.
नाम बताने वाला जीनियस
सस्पेंस खत्म करते हुए आपको इस देश का नाम बताते हैं. ये कोई और नहीं बल्कि तुवालु है. तुवालु एक आइलैंड कंट्री है. तुआलू हवाई और ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रशांत महासागर में ओशिनिया के पोलिनेशिया उपक्षेत्र में स्थित है. ये देश 3 रीफ द्वीपों और 6 एटोल से बना है. आइए जानते हैं इस अनोखे द्वीप देश के बारे में.
2022 की जनगणना के अनुसार, तुवालु की जनसंख्या 10,643 है, जो इसे वेटिकन सिटी के बाद दुनिया का तीसरा सबसे कम आबादी वाला देश बनाता है. वेटिकन सिटी और नाउरू सबसे कम आबादी वाले देश हैं, इसके बाद कम पॉपुलेशन के मामले में तुवालु का नाम आता है. तुवालु का क्षेत्रफल केवल 26 वर्ग किमी है, जो इसे दुनिया का चौथा सबसे छोटा देश भी बनाता है. केवल वेटिकन सिटी, मोनाको और नाउरू ही क्षेत्रफल में इससे छोटे हैं.
इस देश में सब नॉन वेजिटेरियन
आपको देश के पहले निवासी पोलिनेशियाई थे, जो लगभग 3000 साल पहले प्रशांत महासागर में पोलिनेशियाई लोगों के प्रवास के हिस्से के रूप में यहां पहुंचे थे. पोलिनेशियाई यात्री प्रशांत के द्वीपों के बीच आने जाने के लिए डोंगी (छोटी नावों) का इस्तेमाल करते थे. रिसर्च से पता चलता है कि तुवालु की पोलिनेशियाई बस्ती समोआ और टोंगा से आए प्रवासियों से उत्पन्न हुई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां कोई शाकाहारी भोजन नहीं मिलता है और ना ही कोई वेजिटेरियन फूड खाता है. इसके साथ ही तुवालु के नागरिकों को कार रखने की इजाजत नहीं है.