Donald Trump latest statement on tariff: बीजिंग में हुई एससीओ समिट में भारत, रूस और चीन के तिकड़ी के एकजुट होने के बाद से ट्रंप बहुत परेशान चल रहे हैं. उन्हें लग रहा है कि अगर तीनों देश आर्थिक रूप से इकट्ठे होकर फैसले करने लगे तो अमेरिका के दिन लदते हुए देर नहीं लगेगी. इसीलिए अब उन्होंने एक बार फिर दुनिया को अमेरिका की अहमियत बताने की कोशिश की है. अपना बड़बोलापन एक बार फिर जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि यूएस के बिना पूरी दुनिया में कुछ नहीं है और उसके बिना हरेक चीज मर जाएगी.
'बाइडेन प्रशासन ने यूएस को पीछे धकेल दिया'
बुधवार को अपने ओवल ऑफिस में मीडिया से बातचीत करते हुए ट्रंप ने दुनिया में अमेरिकी के वैश्विक प्रभाव और आर्थिक समृद्धि के बड़े-बड़े दावे किए. ट्रंप ने कहा, 'मैंने इसे (अमेरिकी इकोनॉमी को) पहले चार सालों में काफ़ी बड़ा बनाया, लेकिन फिर बाइडेन प्रशासन ने जो किया, उससे यह प्रक्रिया कमज़ोर होने लगी.'
'टैरिफ से हमें रेवेन्यू के अलावा कुछ और भी मिला'
भारत-ब्राजील समेत दुनिया के कई देशों पर लगाए गए भारी-भरकम टैरिफ का बचाव करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इस फैसले ने यूएस को वित्तीय रूप से मजबूत करने में मदद की है. उन्होंने कहा, 'टैरिफ की वजह से हमें केवल रेवेन्यू ही नहीं बल्कि दूसरी चीजें भी मिली हैं.' ट्रंप ने अमेरिका को दुनिया में सबसे तेज़ आर्थिक तरक्की करने वाला देश भी बताया.
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भारत हमसे 100 प्रतिशत टैरिफ वसूल रहा- ट्रंप
इससे पहले एक कार्यक्रम में ट्रंप ने भारत की टैरिफ नीतियों को निशाना बनाया था. उन्होंने दावा किया, 'दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ भारत में लगता है. इस टैरिफ की वजह से वहां पर हार्ले-डेविडसन नहीं बिक सकती. वे हमसे 100% टैरिफ वसूल रहे हैं. जबकि अमेरिका भारतीय सामानों को कम से कम रुकावटों के साथ अपने यहां पर प्रवेश की अनुमति देता है. वे जो कुछ भी बनाते हैं, उसे बड़े पैमाने पर हमारे देश में भेज देते हैं.'
'बिजनेस की वजह से हुई कई जंग'
ट्रंप ने आगे कहा कि भारत ने टैरिफ कम करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन इसमें देर हो रही है. इस प्रेस वार्ता में ट्रंप ने दुनिया में कई युद्धों को कथित तौर पर निपटाने का श्रेय भी दोहराया. उन्होंने कहा, 'मैंने सात युद्धों को रुकवाया. उनमें से कई युद्ध व्यापार के कारण हुए थे. इनमें से एक युद्ध परमाणु आपदा में बदल सकता था.' ऐसा कहकर ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष की ओर इशारा किया.
क्यों उखड़े हुए हैं डोनाल्ड ट्रंप?
बताते चलें कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष रुकवाने का श्रेय न मिलने से डोनाल्ड ट्रंप पिछले 3 महीने से उखड़े हुए हैं. 4 दिनों तक चले इस संघर्ष में भारत ने ताबड़तोड़ प्रहार कर पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था. जिसके बाद पाकिस्तान की गुहार पर भारत अपने हमलों को रोकने के लिए राजी हुआ. इस संघर्ष के रुकने पर पाकिस्तान ने ट्रंप को धन्यवाद दिया और उन्हें नोबेल पीस प्राइज के लिए नॉमिनेट कर दिया. जबकि भारत ने इस दावे का खंडन करते हुए ट्रंप का समर्थन करने से इनकार कर दिया था. इसके बाद वे भारी टैरिफ लगाकर भारत से बदला ले रहे हैं.