Last Updated:December 30, 2025, 19:26 IST
Operation Sard Hawa: गणतंत्र दिवस पर आतंकी हमले की फिराक में बैठे पाकिस्तान को जवाब देने के लिए बीएसएफ ने ऑपरेशन सर्द हवा शुरू कर दिया है. राजस्थान से कश्मीर तक 30 दिनों का हाई अलर्ट जारी है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक आईएसआई ड्रोन और लॉन्च पैड्स के जरिए घुसपैठ की बड़ी साजिश रच रही है. दुश्मनों को कुचलने के लिए सरहद पर जवानों के साथ बड़े अफसर भी रातें गुजार रहे हैं.
बीएसएफ ने ऑपरेशन सर्द हवा शुरू किया. जब सरहद पर बर्फीली हवाएं हड्डियां गलाने लगती हैं और धुंध की चादर आसमान से जमीन तक बिछ जाती है, ठीक उसी वक्त हिंदुस्तान के दुश्मन अपनी सबसे नापाक साजिशों को अंजाम देने की फिराक में होते हैं. गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर जब पूरा देश तिरंगे की आन-बान-शान का जश्न मनाने की तैयारी कर रहा होता है तब सीमा पार बैठे आतंकी आका और आईएसआई (ISI) इस जश्न में खलल डालने का ब्लूप्रिंट तैयार करते हैं. लेकिन दुश्मनों की हर चाल को मात देने के लिए थार के रेगिस्तान से लेकर कश्मीर की बर्फीली चोटियों तक सीमा के प्रहरी मुस्तैद हो चुके हैं. बीएसएफ (BSF) ने अपने सबसे बड़े सालाना सुरक्षा अभियान ऑपरेशन सर्द हवा का शंखनाद कर दिया है.
ताकि चैन से सोए वतन
गणतंत्र दिवस के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पाकिस्तान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 30 दिनों का हाई अलर्ट जारी किया है. जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के बॉर्डर पर सुरक्षा का घेरा इतना सख्त कर दिया गया है कि अब परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा. इस साल ऑपरेशन सर्द हवा केवल एक रूटीन ड्रिल नहीं बल्कि खुफिया इनपुट्स के आधार पर दुश्मन को दिया गया एक कड़ा संदेश है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) के उस पार आतंकी ट्रेनिंग कैंप और लॉन्च पैड्स की संख्या में अचानक इजाफा हुआ है. पाकिस्तान की आईएसआई और आर्मी की मदद से केरन, गुरेज और माछल सेक्टरों में भारी संख्या में आतंकियों को लाया जा रहा है. विशेष रूप से दुधनियाल और अठमुगम जैसे लॉन्च पैड्स पर लश्कर और जैश के आतंकी गांव वालों के बीच छिपकर घुसपैठ की ताक में बैठे हैं.
हथियार वाले ‘ड्रोन’ और घुसपैठ के रास्ते
इस बार सुरक्षा बलों के सामने दोहरी चुनौती है. एक तरफ आतंकी जम्मू के 13 छोटे नालों और 3 बड़ी नदियों के जरिए घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरी तरफ पाकिस्तान प्री-प्रोग्राम्ड ड्रोन के जरिए हथियार और ड्रग्स भेजने की फिराक में है. बीएसएफ ने इन चुनौतियों से निपटने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और ड्रोन-रोधी प्रणालियों को तैनात कर दिया है. पंजाब की नदियों और अटारी-वाघा बॉर्डर जैसे संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त टुकड़ियों को भेजा गया है.
जब सरहद पर रात गुजारते हैं अफसर
‘ऑपरेशन सर्द हवा’ की खासियत यह है कि इसमें केवल जवान ही नहीं बल्कि बीएसएफ के महानिरीक्षक (IG) और उपमहानिरीक्षक (DIG) स्तर के आला अधिकारी भी सरहद पर रात बिताते हैं. सेक्टर और बटालियन मुख्यालय के डेस्क कर्मचारियों को भी सीमा पर तैनात कर दिया गया है. आधुनिक हथियारों और नाइट विजन उपकरणों से लैस बीएसएफ के जांबाज शून्य से नीचे के तापमान में भी सीना ताने खड़े हैं. दुश्मन की हर आहट पर बीएसएफ की पैनी नजर है. अगले 30 दिनों तक हिंदुस्तान की सरहदें एक अभेद्य किले में तब्दील रहेंगी, ताकि 26 जनवरी का उत्सव बिना किसी डर के मनाया जा सके.
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पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
First Published :
December 30, 2025, 19:26 IST

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