Last Updated:June 14, 2025, 12:52 IST
सलुंबर के पूर्व सांसद महावीर भगोरा के पुत्र डॉ आशीष भगोरा की आज मौत हो गई. आशीष भगोरा अपने द्वारा संचालित लाइब्रेरी के समीप स्थित कमरे में मृत पाए गए. इसके बाद बीजेपी में शोक की लहर फैल गई.

कमरे में लाश देख चीखे स्टूडेंट्स (इमेज- फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
पूर्व सांसद महावीर भगोरा के पुत्र आशीष भगोरा की मौतआशीष भगोरा का शव लाइब्रेरी के कमरे में मिलापुलिस ने प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की आशंका जताईसलुंबर से पूर्व सांसद स्वर्गीय महावीर भगोरा के पुत्र डॉ आशीष भगोरा का शव मिलने से सनसनी फ़ैल गई. बताया जा रहा है कि आशीष ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार आशीष भगोरा पिछले कुछ समय से अत्यधिक शराब पीने लगे थे और परिवार से भी उनकी अनबन चल रही थी. बता दें कि स्वर्गीय महावीर भगोरा भाजपा से सांसद रहे थे और उनके पुत्र भी राजनीति में कार्यकर्त्ता के रूप में सक्रिय थे.
डॉ आशीष एक लाइब्रेरी का संचालन करते थे. आज सुबह डॉ आशीष भगोरा की लाश मल्लातलाई-रामपुरा रोड स्थित निजी लाईब्रेरी के एक कमरें में मिली. दरअसल लाईब्रेरी में पढ़ने के लिये कई बच्चें आते हैं. आज सुबह जब बच्चें लाईबेरी पहुंचे तो आशीष भगोरा के शव पर नजर पड़ी. इसके बाद घटना की सूचना अंबामाता थाना पुलिस को दी गई. अंबामाता थाना पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को नीचे उतारकर जांच शुरू की.
गमछे से लटका था शव
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार पंखे पर गमछा लटका हुआ था. पुलिस ने शव को मोर्चरी में शिफ्ट कराया है. सूचना मिलने पर बीजेपी के कई बड़े नेता भी घटनास्थल और मोर्चरी पहुंचे. बीजेपी के जिलाध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड ने मौके पर आकर जानकारी ली और दु:ख जताया. बताया जा रहा हैं कि आशीष भगोरा पीएचडी होल्डर हैं और उच्च शिक्षित होने के साथ ही समय-समय पर भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों में सक्रिय रहे हैं. आसपास के लोगों से जुटाई जानकारी के अनुसार मल्लातलाई-रामपुरा मुख्य रोड पर स्थित आशीष भगोरा द्वारा कुछ दुकानें भी किराये पर दे रखी है. साथ ही जय अम्बे डेयरी के ऊपर की मंजिल पर निजी लाईब्रेरी का संचालन वे खुद करते थे. इसी लाईब्रेरी के समीप एक कमरे में ही वह रहते थे. इसी कमरे में आशीष का शव मिला है.
पीने लगे थे शराब
दोस्तों से मिली जानकारी के अनुसार अत्यधिक शराब पीने के चलते परिवार से उनकी अनबन चल रही थी. यही वजह थी की वे अपने घर पर रहने के बजाय अधिकांश समय तक लाईब्रेरी में ही रहते थे. प्राथमिक जानकारी के अनुसार आत्महत्या का कारण मानसिक तनाव और पारिवारिक अनबन हो सकती है. भाजपा नेताओं ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया और अपने स्तर पर कारणों को जांचने की बात कही. दूसरी तरफ पुलिस इस मामले में अब पोस्टमॉर्टम के बाद आत्महत्या के कारणों का पता लगाने की कोशिश करेगी.
न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.
न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.