अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चेतावनी देते रह गए और रूस को इसका कोई फर्क नहीं हुआ. यह युद्ध एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात रूस ने यूक्रेन पर भीषण हमला किया जिसमें 300 से ज्यादा स्ट्राइक ड्रोन और 30 मिसाइलें दागी गईं. इस हमले में ओडेसा शहर में एक व्यक्ति की मौत हो गई. जबकि छह लोग घायल हुए हैं. हमले से शहर में कई इमारतें जल गईं और भारी नुकसान हुआ.
कई शहरों पर हमला हुआ..
असल में यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि देश के कई शहरों पर हमला हुआ और अब भी ड्रोन हवा में मंडरा रहे हैं. ओडेसा में एक बच्चे समेत छह लोग घायल हुए हैं. सूमी इलाके में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचा है. राष्ट्रपति के मुताबिक सेना के अलग-अलग यूनिट्स ने हमले को रोकने की कोशिश की और अब भी कुछ टारगेट्स को खत्म करने का काम जारी है.
ज्यादा तेज और बड़े पैमाने पर
यूक्रेनी सेना ने दावा किया है कि उसने इन हमलों में से 208 ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया. लेकिन यह चिंता बढ़ाने वाली बात है कि रूस के हमले अब और ज्यादा तेज और बड़े पैमाने पर हो रहे हैं. सिर्फ एक रात में हुआ यह हमला 2024 में एक महीने में हुए कुल हमलों से भी बड़ा है. इससे पहले 8 जुलाई को रूस ने एक साथ 700 से ज्यादा ड्रोन दागे थे.
यूरोपीय संघ EU ने इस हमले के बाद रूस पर सख्त रुख अपनाया है. इस हफ्ते EU ने रूस पर 18वां प्रतिबंध पैकेज लागू किया है. जिसमें रूसी बैंकों पर रोक, रूसी तेल की कीमत पर नई सीमा और नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन से जुड़े किसी भी लेनदेन पर बैन शामिल है. इसके अलावा रूस के शैडो फ्लीट जहाजों को भी टारगेट किया गया है.
ट्रंप पहले से ही पुतिन से खफा
उधर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले से ही पुतिन से खफा चल रहे हैं. उन्होंने कहा था कि वे रूसी राष्ट्रपति पुतिन से निराश हैं और अगर 50 दिनों में युद्ध नहीं रुका तो रूस पर भारी टैरिफ लगाएंगे. ट्रंप ने यूक्रेन को हथियार देने और नाटो के समर्थन की बात भी कही. वहीं जेलेंस्की ने पुष्टि की कि उन्होंने ट्रंप के दूत से एयर डिफेंस सिस्टम और हथियारों पर बातचीत की है जिसमें ट्रंप ने जरूरी मदद का आश्वासन दिया है. फिलहाल अब रूस ने हमला कर दिया है.