संयुक्त राष्ट्र ने माना भारत बहुत ताकतवर, पड़ोसी देश को अच्छे से समझा सकता है

21 hours ago

India could influence parties in Myanmar conflict: संयुक्त राष्ट्र (UN) को उम्मीद है कि भारत अपनी ताकत का इस्तेमाल कर म्यांमार में चल रहे संघर्ष को सुलझा सकता है. इस देश की सभी समस्याओं को हल कर सकता है. वहां की सैन्य सरकार, नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट और विभिन्न जातीय समूहों को बातचीत की मेज पर ला सकता है. एक वरिष्ठ UN अधिकारी ने सोमवार को यह बात कही. न्यूज एजेंसी में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, 
अधिकारी ने कहा, "भारत म्यांमार में एक प्रभावशाली देश है." उन्होंने म्यांमार की स्थिति को "बेहद खराब" बताया, जहां हाल ही में आए भूकंप ने पहले से मौजूद राजनीतिक अस्थिरता और विद्रोह की समस्या को और गंभीर कर दिया है. म्यांमार में 2021 में सैन्य तख्तापलट के बाद से हिंसा और अशांति जारी है. वहां की सेना, कई जातीय सशस्त्र समूह, पीपुल्स डिफेंस फोर्सेस और नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (NLD) की पूर्व सरकार से जुड़े संगठन आपस में उलझे हुए हैं.

म्यांमार का संघर्ष जटिल 
UN अधिकारी ने कहा कि म्यांमार का संघर्ष जटिल है. यह सिर्फ दो पक्षों का मामला नहीं है. इसमें सैन्य सरकार, कई जातीय सशस्त्र संगठन और संगठित विपक्ष शामिल हैं. सभी पक्ष मानते हैं कि सैन्य जीत ही समाधान है. यानी हर पक्ष सोचता है कि पूरी जीत उनकी होगी. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो वे ज्यादा से ज्यादा इलाकों पर कब्जा करके बातचीत में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहते हैं.

बातचीत से ही म्यांमार में शांति आ सकती है
अधिकारी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि भारत पड़ोसी देशों के साथ मिलकर इस बेतुके संघर्ष में कुछ समझदारी ला सकता है." उन्होंने जोर देकर कहा कि केवल सभी पक्षों के बीच बातचीत से ही म्यांमार में शांति आ सकती है.
हालांकि, अधिकारी ने भारत के रोहिंग्या शरणार्थियों के प्रति सख्त रवैये पर निराशा जताई. म्यांमार से भागकर अन्य देशों में शरण लेने वाले रोहिंग्या के मुद्दे पर भारत का रुख कड़ा रहा है. फिर भी, UN अधिकारी ने कहा, "हम भारत के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं ताकि रोहिंग्या के लिए मानवीय मदद और उनके बेहतर इलाज के लिए कुछ रचनात्मक कदम उठाए जा सकें."

भारत में संयुक्त राष्ट्र को उम्मीद
म्यांमार में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. हिंसा, भूकंप और मानवीय संकट ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है. भारत जो म्यांमार का महत्वपूर्ण पड़ोसी है, UN को बड़ी उम्मीदें हैं. भारत की क्षेत्रीय ताकत और कूटनीतिक प्रभाव को देखते हुए, संयुक्त राष्ट्र चाहता है कि भारत इस संकट को सुलझाने में अहम भूमिका निभाए.

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