Last Updated:June 13, 2025, 15:54 IST
Ahmedabad Plane Crash:अहमदाबाद विमान हादसे में कुरुक्षेत्र की अंजू शर्मा की मौत से गांव राम शरण माजरा में सन्नाटा है.

, अंजू के माता-पिता बुजुर्ग हैं और बीमार चल रहे हैं. पिता जगदीश भारतीय सेना से रिटायर्ड हुए हैं.
हाइलाइट्स
अंजू शर्मा की अहमदाबाद विमान हादसे में मौतमाता-पिता को अंजू की मौत की खबर नहीं दी गईअंजू ने व्हाट्सएप स्टेट्स में 'आदमी एक खिलौना है' लगाया थाकुरुक्षेत्र. गुजरात के अहमदाबाद विमान हादसे में हरियाणा के कुरुक्षेत्र के गांव राम शरण माजरा की बेटी अंजू शर्मा की भी जान चली गई है. घटना के बाद और अंजू की मौत की खबर से राम शरण माजरा में सन्नाटा पसरा है. परिवार सदमे में है. हालांकि, अब तक माता पिता को बेटी की मौत की खबर नहीं दी गई है. गौरतलब है कि काफी साल से अंजू शर्मा का बड़ोदरा में रह रहा था. गुरुवार को वह अपनी बड़ी बेटी से मिलने लंदन जा रही थी.
दरअसल, अंजू के माता-पिता बुजुर्ग हैं और बीमार चल रहे हैं. पिता जगदीश भारतीय सेना से रिटायर्ड हुए हैं और ब्रेन हेमरेज की वजह से बिस्तर पर हैं. वहीं माता हार्ट की पेशेंट है. फिलहाल, शोक व्यक्त करने आ रहे लोगों से उनके चाचा, उनकी बहन और जीजा मिल रहे हैं. बड़ोदरा में अंजू शर्मा की छोटी बेटी का डीएनए लिया गया है और डीएनए मैच हो गया है.
अंजू के जीज ने कहा कि माता पिता को सदमा नहीं देता चाहते हैं और इसलिए नहीं बताया है. लेकिन सब कुछ खत्म हो गया. परिवार का कहना है कि अंजू शर्मा खुश मिजाज लड़की थी और वह पूरे परिवार पूरे कुनबे को जोड़कर रखती थी उसके जाने से सभी सदमे में है.
अंजू शर्मा ने विमान में बैठने के बाद अपनी बहन नीलू शर्मा को वीडियो कॉल की थी, लेकिन वह अटेंड नहीं कर पाई और इसका उसे अब उम्र भर मलाल रहेगा.अंजू शर्मा ने पूरे परिवार का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था, जिसमें उसने कॉल की थी. आठ बहनों में अंजू शर्मा सबसे बड़ी थी. परिवार के लोग अंतिम संस्कार के लिए बड़ोदरा जाने की तैयारी में है.
अंजू शर्मा ने अपने व्हाट्स के लास्ट स्टेट्स में बेहद प्रसिद्ध गीत ‘आदमी एक खिलौना है’ लगाया हुआ था.
कुरुक्षेत्र जिले के गाँव लाडवा के गांव रामसरन माजरा की अंजू शर्मा 26 मई को मायके आई थी. गुरुवार अंजू शर्मा अपनी बेटी निम्मी शर्मा से मिलने के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट में लंदन जा रही थी. घटना की जानकारी मिलते ही परिवार के लोग अहमदाबाद के लिए जा चुके है.
बहन ने कहा- परिवार का बेटा चला गया
चाचा बालकिशन शर्मा ने रोते रोते बताया कि वह परिवार की बेटी नहीं बेटा थी. वह सब कुछ मैनेज करती थी. मेरे भाई बहन बीमार है और उन्हें नहीं बताया. मुझे भी काफी देर बाद अंजू के निधन की जानकारी दी गई.छोटी बहन नीलू शर्मा ने कहा कि मेरी मां चली गई. माता पिता को बता नहीं सकते हैं, उनकी भी सदमें में मौत हो सकती है. नीलू ने बताया कि हम कुल आठ बहनें हैं और 30 साल से वह गुजरात में रहती थी. लास्ट टाइम फ्लाइट से कॉल की थी औऱ मैं उन्हें अंतिम बार देख नहीं पाई. हमारे घर का आधार चला गया और वह परिवार का बेटा थी.
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...और पढ़ें
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...
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Location :
Kurukshetra,Haryana