लेडीज़, एफडी के अलावा तीन विकल्प जो देंगे शानदार रिटर्न और नो रिस्क!

2 weeks ago

अप्रैल-जून 2024 की तिमाही के लिए स्मॉल सेविंग स्कीम के लिए सरकार द्वारा घोषित ब्याज दरें रौनक से लबरेज हैं. पिछले कुछ सालों के मुकाबले इस वित्तीय वर्ष में हम देख रहे हैं कि आम लोगों की सेविंग्स पर सरकार द्वारा अच्छा आरओआई दिया जा रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या महिलाओं को अपनी बचत का पैसा ज्यादा से ज्यादा फिक्स्ड डिपॉजिट यानी साविधि जमा में निवेश बढ़ा देना चाहिए. क्या कोई ऐसी स्कीम या फंड है जहां आपको पैसा लगाना चाहिए.

हम जानते हैं कि भारत में मध्यवर्गीय परिवार आमतौर पर एफडी में ही अपनी बचत का पैसा रखते हैं. फिक्स्ड रिटर्न और कम जोखिम दो ऐसी शानदार विशेषताएं हैं जिन्होंने एफडी को इतना लोकप्रिय बना दिया है, बैंक बाजार सीईओ एंड कंपनी संस्थापक आदिल शेट्टी यह जिक्र करते हुए बताते हैं कि मगर एफडी एकमात्र प्रॉडक्ट नहीं है जो ये सब देता है. सावधि जमा (एफडी) से परे तीन निवेश विकल्प जो आकर्षक रिटर्न प्रदान करते हैं और कोई जोखिम नहीं है, आइए जानें… 

पीपीएफ (PPF)
यदि आपकी निवेश अवधि लंबी अवधि की है तो आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) में निवेश पर विचार कर सकती हैं. यह 15 साल की सरकार समर्थित योजना होती हैजो निश्चित रिटर्न के साथ-साथ टैक्स बेनिफिट भी प्रदान करती है. ब्याज दर हर तिमाही में रिवाइज की जाती है और अर्न किए हुए ब्याज के साथ-साथ मच्योरिटी राशि धारा 80सी के तहत पूरी तरह से कर-मुक्त होती है. (सरकारी योजना का यह विकल्प चुनें, रिटायरमेंट तक मोटा पैसा पाएं, कई लाभ, नुकसान ज़ीरो!)

सॉवरेन गोल्ड बांड (SBG)
गोल्ड में पैसा लगाना बढ़िया विकल्प है. गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) डिजिटल सोने का एक रूप है. यह भी एक सरकार समर्थित निवेश है जिसमें एक निश्चित ब्याज दर होती है और मौजूदा सोने की कीमतों के आधार पर रिटर्न मिलता है. निवेश की परिपक्वता अवधि 8 वर्ष होती है जिसके दौरान आपको ब्याज भुगतान प्राप्त होता है. परिपक्वता पर, आपको परिपक्वता राशि प्राप्त होती है जो सोने के मौजूदा बाजार मूल्य के बराबर होती है.

सरकार समर्थित होती है इसलिए कम जोखिम चाहने वाले महिलाओं के लिए एसजीबी को अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता है. परिपक्वता तक रखने पर वे कैपिटल गेन टैक्स से छूट ले सकती हैं. हां बस यह  है कि एसजीबी सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के अधीन हैं यानी गिरती बढ़ती कीमतों का असर इस पर पड़ता है और ये अंतिम रिटर्न को भी अफेक्ट करता है. महिलाओं और पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी ऐसी ही अधिक जानकारी के लिए आप यहां क्लिक कर सकती हैं.

डाकघर सावधि जमा (POTD)

यदि आप निश्चित आय को प्राथमिकता देते हैं, तो डाकघर सावधि जमा (पीओटीडी) एफडी की तुलना में अधिक सुरक्षित हैं क्योंकि निवेश की गई मूल राशि और अर्जित ब्याज गारंटीड हैं. आप न्यूनतम 200 रुपये जमा के साथ 1 से 5 साल तक की अवधि के लिए निवेश कर सकती हैं और उसके बाद 200 रुपये के गुणक (multiples) में निवेश कर सकती हैं.

आदिल बताते हैं कि हर निवेश स्कीम के अपने फायदे और नुकसान हैं इसलिए बेहतर होता है कि किसी को भी चुनने से पहले अपने वित्तीय लक्ष्यों और लिक्विडिटी से जुड़ी जरूरतों के साथ-साथ अपनी जोखिम सहन करने की क्षमता के हिसाब से निवेश करें.

Tags: FD Rates, Invest money, Investment tips, PPF account, Women's Finance

FIRST PUBLISHED :

May 3, 2024, 10:39 IST

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