राजस्थान में 8 सीटों पर तय हुए मुकाबले, जानें कौन-कौन दिग्गज हैं आमने-सामने

1 month ago

राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटे हैं. यहां बीजेपी ने अभी 15 और कांग्रेस ने 10 प्रत्याशी घोषित किए हैं.

राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटे हैं. यहां बीजेपी ने अभी 15 और कांग्रेस ने 10 प्रत्याशी घोषित किए हैं.

जयपुर. लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी समेत अन्य पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों को लगातार चुनाव मैदान में उतार रही हैं. राजस्थान की कुल 25 सीटों में से बीजेपी ने अभी तक 15 और कांग्रेस ने 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं. इससे सूबे की आठ लोकसभा सीटों पर यह तय हो गया है कि मुकाबला किनके बीच होगा. दोनों पार्टियों ने इन सूचियों में अपने-अपने दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतारा है. शेष प्रत्याशियों के नामों का बेसब्री से इंतजार हो रहा है.

बीकानेर में बीजेपी ने एक बार फिर से लगातार दो बार से सांसद, देश के कानून मंत्री एवं प्रदेश भाजपा के बड़े दलित चेहरे अर्जुन मेघवाल को चुनाव मैदान में उतारा है. अर्जुनराम मेघवाल पीएम नरेन्द्र मोदी के सहयोगियों में शुमार हैं. कांग्रेस ने उनके सामने गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे गोविंद मेघवाल को उतारा है. उनकी गिनती राजस्थान कांग्रेस के बड़े दलित नेताओं में होती है.

जोधपुर में गजेंद्र सिंह शेखावत बनाम करण सिंह उचियारड़ा
बीजेपी ने यहां पीएम मोदी के नजदीकी और देश के जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को तीसरी बार चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं पूर्व सीएम अशोक गहलोत के इस गृह जिले में कांग्रेस ने राजपूत के सामने राजपूत पायलट समर्थक करण सिंह उचियारड़ा को उतारा है. करण सिंह कांग्रेस में कई पदों पर काम कर चुके हैं.

चितौड़गढ़ में सीपी जोशी बनाम उदयलाल आंजना
बीजेपी ने चित्तौड़गढ़ में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी को ही फिर मैदान में उतारा है. 2023 के विधानसभा चुनाव की जीत का सेहरा उनके माथे बंधा है. यहां कांग्रेस ने उनका मुकाबला करने के लिए पूर्व में गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे उदयलाल आंजना पर दांव खेला है. आंजना इस इलाके से पूर्व में सांसद रह चुके हैं.

अलवर में भूपेंद्र यादव बनाम ललित यादव
राजस्थान के मेवात इलाके की अलवर सीट से बीजेपी ने अपने केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा है. यादव दो बार राज्यसभा के सांसद रहे हैं. वे पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस ने उनका मुकाबले करने के लिए ललित यादव को टिकट थमाया है. वे पहली बार मुंडावर से विधायक बने हैं. कांग्रेस यहां नई लीडरशीप तैयार करने की कोशिश कर रही है.

चूरू में देवेंद्र झाझड़िया बनाम राहुल कस्वां
बीजेपी ने चूरू में इस बार नए चेहरे देवेंद्र झाझड़िया को चुनाव मैदान में उतारा है. झाझड़िया खेल के पुराने और राजनीति के नये खिलाड़ी हैं. वे पहली बार चुनावी राजनीति में उतरे हैं. यहां बीजेपी ने लगातार दो बार से सांसद रहे राहुल कस्वां का टिकट काट दिया था तो वे नाराज होकर कांग्रेस में चले गये. कांग्रेस ने भी उनको हाथोंहाथ लिया और चूरू से लोकसभा टिकट थमा दिया.

भरतपुर में रामस्वरूप कोली बनाम संजना जाटव
बीजेपी ने यहां इस बार अपने वर्तमान सांसद रंजीता कोली का टिकट काटकर पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली को चुनाव मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने उनके मुकाबले के संजना जाटव को टिकट थमाया है. भरतपुर सीएम भजनलाल शर्मा का गृह जिला है. इसलिए पूरी बीजेपी एकजुट होकर कोली को जिताने में जुटी है. कांग्रेस ने भी यहां से जाटव कार्ड खेला है.

जालोर-सिरोही से लुंबाराम चौधरी बनाम वैभव गहलोत
पश्चिमी राजस्थान की जालोर-सिरोही से बीजेपी ने तीन बार के सांसद देवजी पटेल का टिकट काटकर पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता लुंबाराम चौधरी पर दांव खेला है. लुंबाराम कार्यकर्ता तो पुराने हैं लेकिन उन्हें इतने बड़े चुनाव का ज्यादा तजुर्बा नहीं है. कांग्रेस ने यहां उनके सामने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत का उतारा है. यहां गहलोत की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.

उदयपुर में मन्नालाल रावत बनाम ताराचंद मीणा
बीजेपी ने उदयपुर में अपने सांसद अर्जुन मीणा का टिकट काटकर परिवहन अधिकारी रहे मन्नालाल को मैदान में उतारा है. मन्नालाल विश्व हिंदू परिषद से लेकर वनवासी कल्याण परिषद तक में काम कर चुके हैं. यहां कांग्रेस ने ताराचंद मीणा को उतारा है. पाली जिले के ताराचंद मीणा उदयपुर के कलेक्टर भी रह चुके हैं. यहां दोनों प्रत्याशी बाहरी हैं. लेकिन पूर्व में उदयपुर में पदस्थापित रह चुके हैं.

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Tags: Jaipur news, Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED :

March 18, 2024, 13:10 IST

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