Newest Religion Of World: क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे नया धर्म (Newest Religion Of World-Abrahamic) कौन है? इस्लाम, यहूदी, सिख या फिर कोई और? जी आपको बता दें, इनमें से कोई भी नहीं है. दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी या इब्राहमी (उच्चारण अलग-अलग) है. यह पहली बार साल 2020 में अस्तित्व में आया था. इस पंथ को मानने वाले एक ‘ईश्वर’ को मानते हैं और इब्राहीम को ईश्वर का मैसेंजर मानते हैं.
इसके अस्तित्व को लेकर इस्लामिक देशों काफी बवाल भी मचते रहता है. कई धर्मगुरुओं का मानना है कि इस्लाम को खत्म करने और मुस्लिम देशों का इजरायल से संबंधों को बढ़ाने के लिए इस धर्म का ईजाद किया गया है. इसे अमेरिका का चाल भी बताया जाता है. समय-समय पर इसे पॉलिटिकल प्रोपेगेंडा बता कर काफी विरोध किया जाता है.
अब्राहमियन समझौता
साल 2020 में अमेरिका के तत्कालिक राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के सलाहकार की देखरेख में ‘अब्राहमियन समझौता’ (Abrahamic religions) हुआ था. इसके तहत इस्लामिक राष्ट्र यूएई और बहरीन ने इजरायल के साथ समझौता किया था. उस समय बताया गया था कि ‘अब्राहमी’ धर्म बनाने का मुख्य उद्देश्य इस्लाम, ईसाई और यहूदी धर्म के बीच मतभेदों को मिटाकर एकता लाना है.
न धर्मग्रंथ न ही कोई पुजारी
अब्राहमी एक ऐसा धर्म है, जिसका न कोई धर्मग्रंथ है और न ही इसका कोई पुजारी होता है, जैसा की अन्य धर्मों में होता है. इसे एक राजनीतिक धर्म भी बाताया जाता है. इसे धार्मिक प्रोजेक्ट बताकर कई धर्म गुरुओं ने इसका विरोध किया है. इस धर्म में यहूदी, ईसाई, इस्लाम और बहाई पंथ को मानने वाले शामिल हैं.
2020 में अस्तित्व में आया अब्राहमी धर्म.
आध्यात्मिक प्रोजेक्ट
विशेषज्ञों ने इस धर्म के बारे में विचार दिया है. उन्होंने यहां तक कह दिया है कि यह सिर्फ एक आध्यात्मिक प्रोजेक्ट है जिसका मकसद इस्लाम, ईसाई और यहूदी धर्म के बीच समानता को देखते हुए, इनके बीच के मतभेदों को मिटाना है.
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FIRST PUBLISHED :
April 21, 2024, 05:22 IST