मौत के एकदम करीब जाकर जिंदा लौटा युवक, जानिए कैसे बची कोटा के मयंक की जान?

17 hours ago

Last Updated:June 13, 2025, 16:44 IST

Ahmedabad Plane Crash : अहमदाबाद विमान हादसे से महज 20 मिनट पहले कोटा का एमबीबीएस छात्र मयंक सेन उसी इमारत में खाना खा रहा था. हादसे से ठीक पहले वह वहां से निकलकर हॉस्टल पहुंचा और तभी तेज धमाका सुनाई दिया. मयंक...और पढ़ें

मौत के एकदम करीब जाकर जिंदा लौटा युवक, जानिए कैसे बची कोटा के मयंक की जान?

मयंक अहमदाबाद से एमबीबीएस कर रहा है.

हाइलाइट्स

मयंक सेन हादसे से 20 मिनट पहले इमारत से निकले.मयंक के परिवार ने इसे भगवान का चमत्कार माना.हादसे में 265 लोगों की जान गई, मयंक सुरक्षित हैं.

हिमांशु मित्तल.

कोटा. अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे ने कोटा के भी एक परिवार की धड़कनें बढ़ा दी थी. हादसे के वक्त कोटा का एक युवक भी वहां मौजूद था. एयर इंडिया का यह विमान जिस बिल्डिंग पर गिरा था यह युवक वहां से महज 20 मिनट पहले निकला था. यह युवक है कोटा के दीगोद निवासी किशन सेन का बेटा मंयक सेन. मयंक सेन अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज में थर्ड ईयर में पढ़ाई कर रहा है. हादसे के वक्त मयंक उसी इमारत में मेस में खाना खा रहे था जहां कुछ ही देर बाद विमान आकर गिरा. लेकिन महज 20 मिनट के अंतराल से मंयक की जान बच गई.

मयंक ने बताया कि वो 12 जून को वह दोपहर में 12:44 बजे अपने दोस्तों के साथ मेस में खाना खाने पहुंचा था. खाना खत्म करके वह और उसके दोस्त ठीक 1:00 बजे वहां से निकले और हॉस्टल के लिए रवाना हो गए. जैसे ही वे हॉस्टल पहुंचे तो एक जोरदार धमाका हुआ. बाहर झांक कर देखा तो चारों तरफ धुआं और अफरा-तफरी मची थी. बाद में पता चला कि जिस इमारत में वे कुछ मिनट पहले थे वहीं एयर इंडिया का विमान गिरा है.

हादसे की खबर सुनकर सन्न रह गया परिवार
मयंक ने बताया कि यह देखकर वो और उसके साथी एकदम सन्न रह गए. बस यही लगा कि भगवान ने एक बार फिर से नई जिंदगी दी है. कुछ मिनट इधर-उधर होते तो आज जिंदा नहीं बचता. मयंक के पिता किशन सेन ने बताया कि जब हादसे की खबर टीवी और मोबाइल पर आई तो परिवार में हड़कंप मच गया. तुरंत मयंक को फोन मिलाया गया, लेकिन उसका कॉल नहीं लग रहा था. इससे पूरे परिवार की धड़कनें जैसे थम गई.

भगवान का लाख-लाख शुक्र है कि मेरा बेटा सही-सलामत है
किशन सेन के मुताबिक कुछ समय बाद मयंक से बात हुई तो उसने कहा बताया कि वह ठीक है. हादसे वाली जगह से कुछ ही मिनट पहले निकला गया था. यह सुनते ही परिवार के सभी सदस्यों की जान में जान आई. किशन सेन कहते हैं कि भगवान का लाख-लाख शुक्र है कि मेरा बेटा सही-सलामत है. हादसे की खबर सुनकर हम सब डर गए थे. लेकिन जब बेटे की आवाज सुनी तो आंखों से आंसू रुक नहीं पाए.

विमान हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है
इस हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. हादसे में विमान में सवार 242 में 241 लोगों समेत 265 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं मयंक जैसे कई लोग ऐसे थे जिनकी जिंदगी ने बस कुछ मिनटों के चलते नया मोड़ ले लिया. मयंक अब हॉस्टल में है. हालांकि वह मानसिक रूप से थोड़ा परेशान जरुर हैं, लेकिन सुरक्षित है. कॉलेज प्रशासन ने छात्रों को काउंसलिंग और सुरक्षा का आश्वासन दिया है.

Sandeep Rathore

संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.

संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.

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Kota,Kota,Rajasthan

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