भारत-रूस के रिश्ते होंगे और भी मजबूत, PM मोदी का बड़ा इशारा, पुतिन को इस अंदाज में दी बधाई

1 month ago

Vladimir Putin :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्लादिमीर पुतिन को दोबारा रूस का राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी है. PM मोदी ने सोमवार (18 मार्च ) को एक्स पर लिखा, कि ‘व्लादिमीर पुतिन को रूसी संघ के राष्ट्रपति के रूप में दोबारा निर्वाचित होने पर हार्दिक बधाई दी है. आने वाले सालों में भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं.

Warm congratulations to H.E. Mr. Vladimir Putin on his re-election as the President of the Russian Federation. Look forward to working together to further strengthen the time-tested Special & Privileged Strategic Partnership between India and Russia in the years to come.…

— Narendra Modi (@narendramodi) March 18, 2024

एक बार भी चुनाव नहीं हारे पुतिन

व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) लगातार पांचवीं बार रूस के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत गए हैं. उन्होंने करीब 88 प्रतिशत वोटों के साथ चुनाव (Russian Elections 2024) में जीत दर्ज की है. रूस के केंद्रीय चुनाव आयोग ने सोमवार  (18 मार्च ) को कहा कि देश में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में व्लादिमीर पुतिन ने जीत दर्ज की है, उन्होंने रिकॉर्ड वोट पर्संटेज के साथ राष्ट्रपति पद का पांचवां कार्यकाल हासिल किया है. 71 साल के पुतिन 1999 से एक बार भी चुनाव नहीं हारे हैं. 

रूस के केंद्रीय चुनाव आयोग ने सोमवार   (18 मार्च ) को कहा कि करीब 100 फीसदी क्षेत्रों में पड़े मतों की गिनती कर ली गई है और पुतिन को 87.29 फीसदी वोट मिले हैं. आयोग की प्रमुख एला पैम्फिलोवा ने कहा कि पुतिन के लिए करीब 7.6 करोड़ लोगों ने मतदान किया है, जो उन्हें हासिल अब तक के सबसे ज्यादा वोट हैं.

ये चुनाव में पुतिन की जीत देश की राजनीतिक व्यवस्था पर उनके नियंत्रण को रेखांकित करती है. पुतिन के सामने नाममात्र के सिर्फ तीन उम्मीदवार थे. यूक्रेन युद्ध का विरोध करने वाले किसी भी व्यक्ति को पुतिन के खिलाफ चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी गई थी.

2000 में बने थे पहली बार राष्ट्रपति

बता दें कि व्लादिमीर पुतिन दिसंबर 1999 से राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के तौर पर रूस का नेतृत्व कर रहे हैं. वह पहली बार साल 2000 में रूस के राष्ट्रपति बने थे. रूसी संविधान में लिखा है कि कोई भी व्यक्ति लगातार दो बार से ज्यादा राष्ट्रपति नहीं बन सकता है. इसके चलते 8 मई 2008 को पुतिन ने अपने पीएम दिमित्री मेदवेदेव को रूस का राष्ट्रपति बनवाया और खुद पीएम बन गए. नवंबर 2008 में दिमित्री ने संविधान संशोधन कर राष्ट्रपति का कार्यकाल 4 से बढ़ाकर 6 साल कर दिया. इसके बाद 2012 में पुतिन फिर से रूस के राष्ट्रपति बन गए. जनवरी 2020 में पुतिन ने संविधान संशोधन के जरिए दो कार्यकाल तक राष्ट्रपति रहने की सीमा खत्म कर दी. इसी के साथ पुतिन के 2036 तक राष्ट्रपति बने रहने का रास्ता साफ हो गया.

कई राष्ट्राध्यक्षों ने भी दी बधाई

उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन और होन्डुरास, निकारागुआ और वेनेजुएला के राष्ट्रपतियों ने पुतिन को उनकी जीत पर बधाई दी. वहीं, सोवियत संघ के विघटन के बाद अस्तित्व में आए मध्य एशियाई देशों- तजाकिस्तान और उज़्बेकिस्तान के नेताओं ने भी पुतिन को मुबारकबाद दी है. 

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