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धनबाद स्टेशन पर बोरे में बंद मिला था, तोड़ दिये गये थे हाथ-पैर, पर अचानक बदल गई किस्मत!
धनबाद स्टेशन पर मिले अनाथ बच्चे को सीडब्ल्यूसी के माध्यम से परिवार का सहारा मिल रहा.
एक बच्चा बोरे में बंद धनबाद स्टेशन पर पाया गया था. गंभीर रूप से घायल था और उसके हाथ पैर तक तोड़ दिये गये थे. सीडब्ल्यूसी ...अधिक पढ़ें
News18 BiharLast Updated : March 28, 2024, 13:58 ISTहाइलाइट्स
अनाथ बच्चों के लिए वरदान बना धनबाद सीडब्ल्यूसी.
अब विदेशी परिवार भी अनाथ बच्चों को ले रहे हैं गोद.
संजय गुप्ता/धनबाद. झारखंड के धनबाद जिले में बाल कल्याण समिति (Child Welfare Committee) यानी सीडब्ल्यूसी (CWC) इन दिनों बेहतर कार्य कर रही है. जिले के रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, बाजार आदि स्थानों से लावरिस और भटके हुए बच्चों की जिंदगी को संवारने में अहम भूमिका निभा रही है. सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष से लेकर सभी सदस्य पूरी ईमानदारी और लगन से अपने कार्य का निर्वहन कर रही है. सीडब्ल्यूसी के प्रयास के कारण लावरिस बच्चों को देश ही नही विदेश के परिवार बच्चों को अपना रहे हैं. लावरिस मिली एक बच्ची को अमेरिका की दम्पती ने अपनाया है. वहीं, केरल राज्य की शिक्षक दम्पती ने एक बच्चे को अपनाया है, जिसकी पूरी प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है.
जुलाई 2023 में एक बच्चा बोरे में बंद धनबाद स्टेशन पर पाया गया था. गंभीर रूप से घायल था और उसके हाथ पैर तक तोड़ दिये गये थे. सीडब्ल्यूसी को जब इसकी सूचना मिली तो बच्चे को रेस्क्यू किया और इसके बाद निजी अस्पताल में बेहतर इलाज के लिये भर्ती कराया. बच्चे को दुलार प्यार करते हुए उसके डर को खत्म किया. उसका नाम सीडब्ल्यूसी ने सिकन्दर रखा था. अब सिकन्दर की किस्मत बदल गई और उसे एक शिक्षक परिवार अपनाने जा रहा है.
बता दें कि कारा पोर्टल में इन बच्चों की पूरी डिटेल लोड की गई है जिसका बड़ा लाभ ऐसे बच्चों को हुआ है. अमेरिका की एलजोला शहर की एक दम्पति ने घायल बच्चों को एडॉप्ट किया है. वहीं, एक अन्य बच्ची को केरल की शिक्षक दम्पती ने अपनाया है, जिसकी पूरी प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है.
सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने कहा कि साल 2022 में उन्होंने जिले के सीडब्ल्यूसी का कार्यभार संभाला था, तब से लेकर अब तक अनेकों बच्चों की जिंदगी को अपनी पूरी टीम के साथ संवारने और बेहतर नागरिक बनाने के लिये कार्य ईमानदारी से कर रहे हैं. अमेरिका के एक परिवार ने एक बच्चे को एडॉप्ट किया है, जबकि केरल की शिक्षक दम्पति एक बच्ची को अपनाया है. पूरी प्रकिया के बाद बच्चों को सौंपा जाएगा. जिला प्रशासन का पूरा सहयोग इसमें उनलोगों को मिल रहा है.
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Tags: Dhanbad news, Jharkhand news, Orphans
FIRST PUBLISHED :
March 28, 2024, 13:58 IST