चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट 2025 में इस बार पुतिन और पीएम मोदी ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जिस अंदाज में समिट के बाद दोनों नेता एक ही कार में सवार होकर द्विपक्षीय वार्ता के लिए रवाना हुए थे. जिसके बाद सबके जेहन में एक बात तो तय थी कि कुछ तो इसके पीछे कहानी है. अब तीन दिन बाद इस सीक्रेट बातचीत का खुलासा हुआ. जानें पूरी रिपोर्ट.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एकध्रुवीय विश्व व्यवस्था को खत्म करने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि दुनिया को ऐसी व्यवस्था चाहिए, जहां कोई एक देश या ताकत दूसरों पर हावी न हो। पुतिन ने बीजिंग में चार दिन के दौरे के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। उन्होंने ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) जैसे मंचों को इस दिशा में अहम बताया।
पुतिन-मोदी की कार में सीक्रेट बातचीत: क्या था वो राज जो 3 दिन बाद खुला?चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट 2025 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा. समिट के बाद दोनों नेता एक ही कार में सवार होकर द्विपक्षीय वार्ता के लिए रवाना हुए. इस दौरान पुतिन की बख्तरबंद लग्जरी कार 'Aurus' में हुई 45 मिनट की बातचीत ने खूब सुर्खियां बटोरीं. तीन दिन बाद इस सीक्रेट बातचीत का खुलासा हुआ, जिसने वैश्विक कूटनीति में हलचल मचा दी.कार में 45 मिनट की गुप्त चर्चा
पुतिन ने पीएम मोदी का 10 मिनट तक इंतजार किया ताकि दोनों एक साथ उनकी कार में सफर कर सकें. यह मुलाकात मेजियांग कंवेंशन सेंटर से रिट्ज कार्ल्टन होटल तक की थी, जो सिर्फ 15 मिनट की दूरी पर था. लेकिन दोनों नेताओं ने कार में 45 मिनट तक चर्चा की, जिसमें केवल भरोसेमंद दुभाषिए मौजूद थे. सूत्रों के मुताबिक, पुतिन ने इस निजी मुलाकात को इसलिए चुना ताकि बातचीत लीक न हो.
क्या थी सीक्रेट बात?
पुतिन ने पीएम मोदी को अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ अपनी हालिया बातचीत की जानकारी दी. पुतिन ने कहा, "यह कोई रहस्य नहीं है. मैंने पीएम मोदी को अलास्का वार्ता के बारे में बताया." यह खुलासा तीन दिन बाद सामने आया. इस बातचीत में यूक्रेन युद्ध और ट्रम्प की व्यापार नीतियों, खासकर भारत पर लगाए गए 50% आयात शुल्क और रूसी तेल खरीद के लिए अतिरिक्त 25% शुल्क पर चर्चा हुई. पुतिन ने भारत-रूस संबंधों को मजबूत करने और वैश्विक शांति के लिए सहयोग पर जोर दिया.
यूक्रेन युद्ध पर भारत की भूमिका
पुतिन और मोदी की बातचीत में यूक्रेन युद्ध अहम मुद्दा रहा. पीएम मोदी ने इसे "मानवता की पुकार" बताते हुए जल्द समाधान की वकालत की. भारत की मध्यस्थ भूमिका पर पुतिन ने भरोसा जताया. उन्होंने कहा कि रूस, भारत और चीन जैसे देशों के सहयोग से इस संकट का हल निकाला जा सकता है.
अमेरिका को सख्त संदेश
यह मुलाकात ट्रम्प के दबाव के बीच हुई, जो भारत के रूसी तेल आयात को यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद मानते हैं. मोदी और पुतिन की कार में सवारी ने अमेरिका को साफ संदेश दिया कि भारत किसी दबाव में रूस से संबंध कमजोर नहीं करेगा. पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपनी जनता के हित में फैसले लेता है.
भारत-रूस की दोस्ती का प्रतीक
पुतिन ने पीएम मोदी को "प्रिय मित्र" कहकर संबोधित किया और दोनों की गर्मजोशी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "राष्ट्रपति पुतिन से मिलना हमेशा खुशी की बात है." यह तस्वीर और मुलाकात भारत-रूस की गहरी दोस्ती का प्रतीक बनी.
समरी (60 शब्द)
SCO समिट 2025 के बाद पुतिन और पीएम मोदी की कार में 45 मिनट की सीक्रेट बातचीत हुई. तीन दिन बाद खुलासा हुआ कि पुतिन ने अलास्का में ट्रम्प से बातचीत की जानकारी दी. यूक्रेन युद्ध और ट्रम्प के टैरिफ पर चर्चा हुई. भारत ने रूस के साथ मजबूत संबंधों का संदेश दिया.
यूआरएल
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