दिग्विजय जी! सरकार की नहीं मानी, आर्मी चीफ की तो सुन लेते, अब क्‍या बोले?

7 hours ago

Last Updated:August 10, 2025, 17:16 IST

Digvijay Singh on Pahlagam Attack: दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार की विदेश नीति और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए, कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता का मानना है कि अफगानिस्‍तान के अलावा किसी देश ने भारत का साथ नहीं दिया. ...और पढ़ें

दिग्विजय जी! सरकार की नहीं मानी, आर्मी चीफ की तो सुन लेते, अब क्‍या बोले?दिग्विजय सिंह ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. (File Photo)

नई दिल्‍ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर विदेश नीति और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़ा हमला बोला. उनका कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर के समय अफगानिस्तान को छोड़कर कोई भी देश भारत के साथ खड़ा नहीं हुआ, यहां तक कि पड़ोसी देश भी हमारे पक्ष में नहीं थे. उन्होंने इसे सरकार की कूटनीतिक असफलता बताया. दिग्विजय सिंह यहीं नहीं रुके. उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का हवाला देते हुए कहा कि टूरिस्ट सीजन में वहां एक भी पुलिस, आर्मी या पैरामिलिट्री जवान मौजूद नहीं था और 40 मिनट तक कोई सुरक्षा बल मौके पर नहीं पहुंचा.

सेना प्रमुख की बात तो मान लेते…
दिग्विजय जी, आपने शायद आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी का हालिया बयान नहीं सुना. IIT मद्रास में आयोजित ‘Agnishodh’ कार्यक्रम में आर्मी चीफ ने बताया था कि कैसे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पड़ोसी मुल्‍क को धूल चटाई गई. उपेंद्र द्विवेदी ने बताया था कि “शतरंज के खेल” की तर्ज पर पाकिस्‍तान को धूल चटाई गई. उन्होंने बताया कि यह एक सोची-समझी रणनीति थी जिसमें पीएम मोदी के राजनीतिक नेतृत्व ने स्पष्ट आदेश दिए और तीनों सेनाओं ने मिलकर सटीक व त्वरित कार्रवाई की. उन्होंने कहा कि 88 घंटे के भीतर ऑपरेशन ने पाकिस्तान को झटका दिया और वहां की सेना को कदम पीछे खींचने पड़े.

पाकिस्‍तान के खिलाफ शतरंज की चाल
आर्मी चीफ के मुताबिक, यह केवल हथियारों की लड़ाई नहीं थी, बल्कि दिमाग और धैर्य का खेल था. उन्होंने कहा, “हमने बिना युद्ध छेड़े, शतरंज की तरह चाल चली और विपक्षी को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया.” यानी जहां एक तरफ मोदी सरकार की विदेश नीति का सवाल है. वहीं सेना का सर्वोच्च अधिकारी इसे राजनीतिक स्पष्टता और सैन्य कुशलता का नतीजा बता रहा है. दिग्विजय जी, सरकार की बात न मानें तो ठीक, लेकिन कम से कम उस जनरल की बात तो सुन लें जो मोर्चे पर खड़ा होकर देश की रक्षा कर रहा है. क्योंकि, राजनीति में तर्क और आरोप चलते रहते हैं, पर जंग—चाहे गोलियों की हो या शतरंज की—वह जीतने के लिए लड़ी जाती है, हार साबित करने के लिए नहीं.

क्‍या बोले दिग्विजय सिंह?
दिगविजय सिंह ने सवाल उठाया कि उस वक्त RAW और IB क्या कर रहे थे. दिग्विजय ने पीएम मोदी पर भी तंज कसते हुए कहा कि नोटबंदी के दौरान प्रधानमंत्री ने दावा किया था कि आतंकवाद खत्म हो जाएगा, लेकिन आतंकवादी अब भी घटनाएं अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने मुंबई हमलों का उदाहरण देकर कहा कि तब मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से इस्तीफा लिया गया था, लेकिन अब कोई जिम्मेदारी तय नहीं होती.

Sandeep Gupta

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...

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First Published :

August 10, 2025, 17:16 IST

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