‘एक गंभीर मामले पर निराधार आरोप’ - पन्नू की हत्या की साजिश वाली रिपोर्ट पर भारत की प्रतिक्रिया

2 weeks ago

Gurpatwant Singh Pannun News: भारत ने अमेरिका में सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नून (Gurpatwant Singh Pannun) की कथित हत्या की साजिश पर भारत ने अमेरिका में सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नून (Gurpatwant Singh Pannun) की कथित हत्या की साजिश पर वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट पर मंगलवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की.  विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘‘रिपोर्ट में एक गंभीर मामले में अवांछित और निराधार आरोप लगाए गए हैं.’’

जयसवाल ने कहा, 'संगठित अपराधियों, आतंकवादियों और अन्य लोगों के नेटवर्क पर अमेरिकी सरकार द्वारा साझा की गई सुरक्षा चिंताओं को देखने के लिए भारत सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति की जांच चल रही है. इस पर अटकलें और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियां मददगार नहीं हैं.'

विदेश मंत्रालय की यह टिप्पणी एक खोजी मीडिया रिपोर्ट के बीच आई है जिसमें दावा किया गया है कि विक्रम यादव नामक रॉ अधिकारी अमेरिका में गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या की साजिश में शामिल था और इस कदम को तत्कालीन भारतीय जासूसी एजेंसी प्रमुख सामंत गोयल ने मंजूरी दी थी.

बता दें खालिस्तान आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक गुरपतवंत सिंह पन्नून, सिख फॉर जस्टिस का कानूनी सलाहकार और प्रवक्ता है, जिसका उद्देश्य एक अलग सिख राज्य के विचार को बढ़ावा देना है. भारत सरकार ने गुरपतवंत सिंह पन्नून को आतंकवादी घोषित कर दिया है.

इस बीच व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि भारत सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की अमेरिका में हत्या की साजिश संबंधी आरोपों को गंभीरता से ले रहा है. हालांकि उसने इस मामले में संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) की जांच और न्याय विभाग द्वारा दायर आपराधिक मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की खबर के बारे में पूछे जाने पर व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरीन ज्यां-पिय ने कहा कि जांच की जा रही है और न्याय विभाग आपराधिक जांच कर रहा है. उन्होंने कहा कि भारत, अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है और ‘हम कई क्षेत्रों में अपने सहयोग को बढ़ाने के लिए एक महत्वाकांक्षी एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं.’

पन्नू की हत्या की कथित साजिश पर खोजी रिपोर्ट के बारे में ज्यां-पियरे ने कहा, ‘हमने इस पर लगातार चर्चा की है और कई बार अपनी बात रखी है, चाहे यहां प्रधानमंत्री के साथ बैठक में हो या विदेश में किसी बैठक में हो.’ उन्होंने कहा, ‘‘यह गंभीर मामला है और हम इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं. भारत सरकार ने हमसे बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि वे इसे गंभीरता से ले रहे हैं और इसकी जांच कराएंगे.’

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