Explainer: क्या US के 2 पार्टी सिस्टम को खत्म कर देंगे मस्क? X चीफ की America Party में कितना दम

9 hours ago

Elon Musk America Party Explained: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पुराने मित्र और टेस्ला-स्पेसएक्स के चीफ एलॉन मस्क के बढ़ती नाराजगी बहुत ज्यादा बढञ गई है. ट्रंप से बिगड़ते रिश्तों के बीच एलन मस्क ने अमेरिका में एक नई सियासी पार्टी शुरू करने का ऐलान कर दिया है. दुनिया के सबसे अमीर शख्स मस्क की इस पार्टी का नाम है 'America Party', जिसका मकसद है 'अमेरिकियों को फिर से उनकी आज़ादी लौटाना.' यह फैसला मस्क ने तब लिया जब उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोल कराया, जिसमें ज़्यादातर लोगों ने कहा कि अमेरिका को एक नई पार्टी की ज़रूरत है. अब सवाल उठता है कि एलन मस्क की डोनाल्ड ट्रंप से दूरी क्यों बढ़ी? और यह नई पार्टी कितनी जल्दी शुरू हो सकती है? आइए, इसे इन आसान प्वाइंट्स में समझते हैं.

बिग ब्यूटीफुल बिल क्या है और मस्क इसका विरोध क्यों कर रहे हैं?

"बिग ब्यूटीफुल बिल" एक बड़ा कानून है जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई चुनावी वादों को एक साथ जोड़ा गया है. इसमें कुछ खास बातें शामिल हैं, जिनमें करों में कटौती (टैक्स कम करना), सीमा सुरक्षा और सेना पर ज्यादा खर्च,  अवैध प्रवासियों (जो बिना इजाजत अमेरिका में रहते हैं) को देश से निकालने पर जोर है. लेकिन इन सबके लिए बहुत पैसा चाहिए, इसलिए सरकार को कुछ जनकल्याण योजनाओं और सब्सिडी में कटौती करनी पड़ रही है. साथ ही, सरकार को ज्यादा पैसा उधार लेने की भी जरूरत पड़ रही है, इसलिए ऋण सीमा (debt limit) बढ़ाई जा रही है. एलन मस्क को इस बिल में से दो बड़ी दिक्कतें ऋण सीमा बढ़ाना और हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) पर सब्सिडी कम करना है. मस्क का मानना है कि ऋण सीमा बढ़ाने से अमेरिका की आर्थिक स्थिति और भी कमजोर हो जाएगी, जबकि हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) पर सब्सिडी कम करने से उनकी कंपनी टेस्ला को नुकसान हो सकता है. 

मस्क ने ट्रंप का समर्थन क्यों बंद कर दिया?

मस्क ने हाल ही में एक्स पर पोस्ट किया, 'सीनेट का नया मसौदा विधेयक अमेरिका में लाखों नौकरियों को खत्म कर देगा और हमारे देश को बहुत बड़ा रणनीतिक नुकसान पहुंचाएगा. उन्होंने आगे कहा, 'यह अतीत के उद्योगों को अनुदान देता है जबकि भविष्य के उद्योगों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है.' यह स्पष्ट रूप से इस बात का संदर्भ था कि विधेयक इलेक्ट्रिक वाहनों जैसी पर्यावरण-अनुकूल प्रौद्योगिकियों को बहुत अधिक समर्थन नहीं देता है. वहीं, एक अन्य मौके पर, जब एक्स पर पूछा गया कि उन्होंने ट्रंप का समर्थन क्यों बंद कर दिया, तो मस्क ने कहा था, 'बाइडेन के तहत पहले से ही $2T के घाटे को बढ़ाकर $2.5T कर दिया गया है. इससे देश दिवालिया हो जाएगा.'

अब तक हम मस्की की अमेरिका पार्टी के बारे में क्या जानते हैं?

मस्क की नई पार्टी के नाम के अलावा, ज़्यादा कुछ नहीं. मस्क कहते रहे हैं कि अमेरिका की दो-पक्षीय प्रणाली अनिवार्य रूप से एक 'एकदलीय' है, जिसमें समान वित्तीय नीतियाँ हैं जो "मध्य के 80% लोगों" का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया है कि उनकी पार्टी ऐसा कैसे करना चाहती है, या इसकी विचारधारा या दृष्टि क्या है।

रविवार सुबह मस्क ने X पर एक यूज़र की पोस्ट को दोबारा शेयर किया, जिसमें संभावित पार्टी प्लेटफॉर्म के रूप में ये बातें लिखी थीं. इसमें कहा गया था, 'क्या यह अमेरिका पार्टी का मंच है? लोन कम करना, केवल जिम्मेदार खर्च; -एआई/रोबोटिक्स के साथ सेना का आधुनिकीकरण; -समर्थक तकनीक, एआई में जीतने के लिए गति बढ़ाना; सभी क्षेत्रों में कम रेगुलेशन. लेकिन खासकर एनर्जी सेक्टर में फ्री स्पीच (अभिव्यक्ति की आज़ादी) हर जगह मध्यमार्गी नीतियां.' यानी मस्क डेमोक्रेट से लेकर ट्रंप के सबसे बड़े समर्थक और अब एक नई पार्टी के संस्थापक बन गए हैं, इसलिए उनके अपने राजनीतिक विचारों को समझना मुश्किल है. लेकिन उन्होंने अमेरिकियों के लिए ज़्यादा बच्चे पैदा करने की ज़रूरत और उद्योगों के विकास में सरकार को बहुत ज़्यादा हस्तक्षेप न करने की बात कही है.

अमेरिका पार्टी कितनी जल्दी चुनावों में वास्तविक दावेदार बन सकती है?

America Party कितनी जल्दी इलेक्श में असली चुनौती बन सकती है, इसका जवाब खुद एलन मस्क दिया है. जब एक यूज़र ने X पर पूछा कि क्या वो 2028 के राष्ट्रपति चुनावों में हिस्सा लेंगे या अगले साल होने वाले बीच के चुनावों में, तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए साफ साफ कगा कि उनकी पार्टी 'अगले साल' चुनाव में हिस्सा लेगी.

मस्क की रणनीति क्या है?

मस्क का कहना है कि वो अमेरिका की दो बड़ी पार्टियों (Democrats और Republicans) की पकड़ को तोड़ना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने एक ऐतिहासिक जंग का मिसाल पेश किया, Leuctra की लड़ाई, जिसमें ग्रीक सेनापति Epaminondas ने स्पार्टन सेना को हराया था.  क्योंकि स्पार्टन सेना हमेशा अपनी सबसे मजबूत टुकड़ी को दाहिनी तरफ रखती थी. लेकिन, Epaminondas ने इसके उलट किया. उसने अपनी सबसे मजबूत सेना को बाईं तरफ रखा और उसे और भी गहरा कर दिया. इससे उसकी ताकत सीधी स्पार्टन सेना के सबसे मजबूत हिस्से से टकराई और उसने उन्हें वहीं कुचल दिया. मस्क का चुनावी प्लान भी कुछ ऐसा ही है और वो पूरे अमेरिका में चुनाव नहीं लड़ेंगे. बल्कि वे 2-3 सीनेट सीटों और 8-10 हाउस सीटों पर ध्यान देंगे. यानी बहुत चुने हुए और अहम इलाकों पर. हां, अगर ये सीटें मस्क की पार्टी ने जीत लीं, तो इतने कम अंतर वाले कानूनों (Bills) को रोकने या पास करवाने में उनकी पार्टी डिसाइसिव रोल निभा सकती है.

मस्क के लिए कितना आसान?

मस्क का कहने का मतलब यह है कि उनकी पार्टी के कैंडिडेट रणनीतिक रूप से उन निर्वाचन क्षेत्रों से लड़ेंगे जो सर्वोत्तम रिटर्न का वादा करते हैं, और वे केवल इतनी सीटें जीतेंगे कि वे उन विधेयकों को पारित करा सकें, जिनका वे विरोध करते हैं. हालांकि मस्क की बेपनाह दौलत बहुत सी चीजों को मुमकिन बनाती है, लेकिन यह सब कहना जितना आसान है, करना उतना आसान नहीं है. वहीं,  अमेरिका की पॉलिटिकल स्ट्रक्चर टू-पार्टी सिस्टम का समर्थन करती है और नए लोगों के लिए इसे तोड़ना मुश्किल है. ग्रीन पार्टी, लिबर्टेरियन पार्टी आदि जैसी कई पार्टियों ने कोशिश की है. नेशनल लेवल के चुनाव लड़ने के लिए किसी भी नई पार्टी को फेडेरल इलेक्शन कमीशन में रजिस्ट्रेशन कराना होता है, जिसके बाद ही वह चुनावी गतिविधियों पर एक निश्चित सीमा से ज्यादा रकम खर्च कर सकती है. जबकि मस्क की पार्टी ने अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है.

मस्क नहीं लड़ पाएंगे चुनाव?

इसके अलावा, राज्यों के अपने नियम होते हैं, और किसी पार्टी के प्रेसिडेंट पद के कैंडिडेट को सभी 50 राज्यों में बैलट पेपर पर आने के लिए, उसे हर ए स्टेट की जरूरतों को व्यक्तिगत रूप से पूरा करना होता है. इन सबके लिए जमीनी स्तर पर मौजूदगी और धैर्य की आवश्यकता होती है. मस्क की व्यक्तिगत अपील और संपत्ति चाहे जो भी हो, इस परिमाण का पार्टी संगठन बनाना आसान नहीं है. जबकि मस्क का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ था, इसलिए वे प्रेसिडेंट पद के लिए चुनाव नहीं लड़ सकते. अरबपति को न केवल एक पार्टी बनानी होगी, बल्कि पर्याप्त कद का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार भी बनाना होगा, इससे पहले कि उनकी प्रोपर्टी उस उम्मीदवार के अभियान को फंडिंग कर सके.

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