Last Updated:August 10, 2025, 14:31 IST
Tejashwi Yadav Voter ID controversy: बिहार में दोहरे EPIC विवाद ने नया मोड़ ले लिया है. तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग को जवाब भेजकर फर्जी वोटर आईडी के आरोपों को खारिज किया है. वहीं, राजद सांसद मनोज झा ने इस बात की...और पढ़ें

पटना. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दोहरे EPIC मामले में भारत निर्वाचन आयोग को लिखित जवाब भेजकर फर्जी वोटर आईडी के आरोपों को खारिज किया. राजद सांसद मनोज झा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि तेजस्वी यादव के पास केवल एक वैध EPIC (RAB-0456228) है जो 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में नामांकन के लिए इस्तेमाल हुआ. जबकि बीते 2 अगस्त 2025 को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाया गया EPIC नंबर RAB-2916120 आयोग की बूथ एजेंटों को दी गई मतदाता सूची में शामिल था, जिसे आयोग ने फर्जी बताया था. ऐसे में अब फैसला चुनाव आयोग को लेना है.
चुनाव आयोग का नोटिस और आरोप
बता दें कि चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव को 16 अगस्त तक EPIC नंबर RAB-2916120 का मतदाता पहचान पत्र जमा करने का निर्देश यह दावा करते हुए दिया था कि यह फर्जी है. दरअसल, दीघा विधानसभा के निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी ने जांच में पाया कि तेजस्वी यादव का असली EPIC नंबर RAB-0456228 है जो मतदान केंद्र 204 पर दर्ज है. चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव के दावे को भी खारिज किया कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) 2025 के बाद उनका नाम मतदाता सूची से हटा. इस मामले में तेजस्वी यादव को चुनाव आयोग की ओर से तीन नोटिस जारी किए गए थे.
बांग्लादेश चुनाव आयोग से तुलना
वहीं, मनोज झा ने आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए इसकी तुलना बांग्लादेश चुनाव आयोग से की. बता दें कि बांग्लादेश में 2018 और 2024 के चुनावों में आयोग पर सत्ताधारी अवामी लीग के पक्ष में मतदाता सूची में हेरफेर और फर्जी मतदान के आरोप लगे थे मनोज झा ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग का अहंकार और अज्ञानता ऐसी स्थिति पैदा कर सकती है. उन्होंने आयोग से अपने पूर्ववर्तियों के कामकाज की समीक्षा करने और सैकड़ों दोहरे EPIC नंबर मामलों की जांच की मांग की. बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग से जुड़ा यह विवाद जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 17 और 18 के उल्लंघन से जुड़ा है जो दोहरे मतदाता पंजीकरण को गैरकानूनी मानता है.
कानूनी और राजनीतिक प्रभाव
दरअसल, एपिक नंबर विवाद के सामने आने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का दावा है कि दोहरे EPIC की गलती आयोग की है, क्योंकि उनका दिखाया नंबर आधिकारिक सूची में था. जाहिर है यह मामला मतदाता सूची की शुद्धता और आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाता है. हालांकि, चुनाव आयोग अब तेजस्वी के जवाब की जांच करेगा. अगर EPIC नंबर वास्तव में आधिकारिक सूची में था, तो यह आयोग की तकनीकी प्रक्रिया में खामी को उजागर करेगा. जाहिर है यह मामला बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर बहस को और तेज कर सकता.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...
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First Published :
August 10, 2025, 14:31 IST