Last Updated:December 11, 2025, 14:29 IST
अमेरिका ने करीब 900 अरब डॉलर के रक्षा बजट को मंजूरी दी है. फोटो- रायटरAmerica-India Defence Budget: अमेरिका निर्विवाद रूप से दुनिया की सबसे बड़ी सैन्य शक्ति है. यह बात एक बार फिर साबित हुई है. दरअसल, अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने बुधवार को नेशनल डिफेंस अथॉराइजेशन एक्ट 2026 को भारी बहुमत से पारित कर दिया. इसे 312-112 के मतों से पारित किया गया. इसके तरह रक्षा पर रिकॉर्ड 901 अरब डॉलर (लगभग 76 लाख करोड़ रुपये) की खर्च को मंजूरी दी गई. यह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मई में दिए गए 892.6 अरब डॉलर के अनुरोध से भी आठ अरब डॉलर अधिक है. यह राशि भारत के रक्षा बजट से काफी अधिक है. भारत का रक्षा बजट करीब 78 अरब डॉलर का है. यानी यह भारत के रक्षा खर्च से करीब 11 गुना अधिक है.
अब यह विधेयक सीनेट में जाएगा, जहां अगले सप्ताह इसके पारित होने की पूरी संभावना है. इसके बाद यह लगातार 65वें साल कानून बन जाएगा. 1961 से अब तक NDAA कभी नहीं रुका है. कुल 3,086 पन्नों के इस मेगा बिल में कई अहम प्रावधान हैं. इसमें यूक्रेन को 2026 और 2027 में हर साल 400-400 मिलियन डॉलर की सैन्य सहायता देने का प्रावधान है.
वास्तविक खर्च पर फैसला बाद में
हालांकि, रिपब्लिकन स्पीकर माइक जॉ जॉनसन के जोर देने पर इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) और एम्ब्रियो ट्रांसफर जैसी प्रजनन चिकित्सा के लिए सैन्य परिवारों को इंश्योरेंस कवरेज देने का प्रावधान हटा दिया गया. विधेयक पर मतदान से पहले लंबी बहस हुई. हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के शीर्ष डेमोक्रेट सांसद एडम स्मिथ ने कहा कि मैं इस बिल का समर्थन करता हूँ, लेकिन मेरी कई चिंताएं भी हैं. दोनों पार्टियों के सांसदों ने सदस्यों से अपील की कि वे व्यक्तिगत आपत्तियों के बावजूद इसे पास करें, क्योंकि NDAA राष्ट्रीय सुरक्षा का आधारस्तंभ है. ध्यान देने वाली बात यह है कि NDAA केवल खर्च की अथॉराइजेशन करता है, वास्तविक फंडिंग अलग से अप्रोप्रिएशन बिल से होगी, जिसका मतलब है कि 901 अरब डॉलर में से कितना वाकई खर्च होगा, यह बाद में तय होगा. मतदान से पहले बिल को फ्लोर पर लाने वाला नियम भी महज 215-211 से पास हुआ. देर तक चली खींचतान में कुछ रिपब्लिकन सांसदों ने अपना वोट ना से हां में बदला, तभी बिल आगे बढ़ सका.
भारत का रक्षा बजट
भारत का रक्षा बजट वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 6,81,210 करोड़ रुपये (लगभग 78.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर) है. इस तरह भारत की तुलना में अमेरिका रक्षा बजट करीब 11 गुना अधिक है. भारत के रक्षा मंत्रालय के अनुसार यह बजट सेना के आधुनिकीकरण, स्वदेशी उत्पादन और आत्मनिर्भर भारत पर केंद्रित है, लेकिन पेंशन और वेतन पर भारी खर्च के कारण पूंजीगत व्यय सीमित रहता है. भारत का रक्षा बजट कुल केंद्रीय बजट का 13.5 फीसदी है और जीडीपी का मात्र 1.9 फीसदी है. इसमें से 26.4 फीसदी (1.80 लाख करोड़ रुपये) पूंजीगत व्यय है, जो नई हथियार खरीद, अनुसंधान और बुनियादी ढांचे के लिए है.
चीन का रक्षा बजट
चीन के रक्षा बजट को लेकर जो आंकड़े हैं उन पर सवाल उठाए जाते रहे हैं. बावजूद इसके आधिकारिक तौर पर चीन का रक्षा बजट 246 बिलियन डॉलर है, लेकिन वास्तविक खर्च इससे कहीं अधिक बताया जाता है. यह अमेरिका के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सैन्य बजट वाला देश है.
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न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें
First Published :
December 11, 2025, 14:29 IST

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