Last Updated:August 10, 2025, 14:49 IST
CBI ने 2 साल से लापता बर्धमान की नाबालिग लड़की को राजस्थान के पाली से रेस्क्यू किया. उसे शादी के लिए दो बार बेचा गया था. 5 आरोपी गिरफ्तार हुए. मामला मानव तस्करी से जुड़ा है.

कोलकाता: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को बड़ी सफलता मिली है. जांच एजेंसी ने शनिवार को 2 साल लापता एक नाबालिग लड़की को राजस्थान के पाली से रेस्क्यू किया है. यह लड़की पश्चिम बंगाल के बर्धमान की बताई जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि यह घटना एक बड़े मानव तस्करी नेटवर्क के हत्थे चढ़ गई थी. जांच एजेंसी ने इस ऑपरेशन में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनपर लड़की को शादी के लिए दो बार बेचने के आरोप है.
बता दें कि नाबालिग लड़की 9 अगस्त 2023 को ट्यूशन के लिए घर से निकली थी. मगर, वह ट्यूशन पढ़कर वापस घर नहीं लौटी. लोकल पुलिस और पश्चिम बंगाल सीआईडी की टीम काफी प्रयासों के बाद भी खोजने में असफल रही. पुलिस की चक्कर काटकर थकी लड़की की मां ने फरवरी 2024 में कलकत्ता हाईकोर्ट से CBI जांच की गुहार लगाई. कोर्ट ने लड़की की खोज की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंप दी, जिसके डेढ़ साल के बाद जांच एजेंसी को यह बड़ी सफलता मिली.
कॉल डिटेल्स से चला मालूम
CBI ने स्रोतों से मिली खुफिया जानकारी और फोन कॉल रिकॉर्ड्स के विश्लेषण के आधार पर लड़की का पता लगाया. शुक्रवार को CBI की टीम ने पाली में एक आरोपी के आवास से उसे सुरक्षित बचाया गया. जांच में खुलासा हुआ कि लड़की लापता होने के समय नाबालिग थी, लेकिन जाली हलफनामों के जरिए उसे वयस्क दिखाकर शादी कराई गई. अधिकारियों ने बताया कि उसे दो बार शादी के लिए बेचा गया था. इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में भरत कुमार, जगदीश कुमार, मीना दापुबेन, राता राम और दिलीप कुमार शामिल हैं. जांच एजेंसी ने शुक्रवार हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश हुए
शनिवार को इन आरोपियों को पाली जिले के मरवाड़ जंक्शन के न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया. कोर्ट ने आरोपियों की तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड मंजूर की है. अब उन्हें पश्चिम बंगाल के पुरबा बर्धमान के अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश के समक्ष पेश किया जाएगा. CBI का कहना है कि यह ऑपरेशन मानव तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता है, लेकिन जांच अभी जारी है. शक है कि यह नेटवर्क और भी बड़ा हो सकता है. इसमें अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं. लड़की को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है, जहां उसे काउंसलिंग और मेडिकल सहायता दी जा रही है.
मानव तस्करी का काला सच
यह मामला मानव तस्करी की जटिलताओं को दर्शाता है, जहां नाबालिगों को जाली दस्तावेजों के जरिए शोषण के लिए बेचा जाता है. लड़की की मां ने कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि स्थानीय पुलिस और सीआईडी ने मामले में लापरवाही बरती. इसके बाद ही हाई कोर्ट ने CBI को जांच सौंपी. CBI की कार्रवाई से न केवल लड़की को न्याय मिला, बल्कि तस्करों के नेटवर्क पर भी शिकंजा कसा गया है. इस घटना ने एक बार फिर देश में मानव तस्करी की गंभीर समस्या पर चर्चा शुरू कर दी है. गरीबी और जागरूकता की कमी का फायदा उठाकर अपराधी मासूमों को निशाना बनाते हैं.
जांच में और भी बड़ा खुलासा होने की संभावना
अधिकारियों का कहना है कि आगे की जांच में इस रैकेट के अन्य सदस्यों और अंतरराज्यीय कनेक्शनों का पता लगाया जाएगा. पाली और बर्धमान के बीच तस्करी का यह मामला पुलिस और सामाजिक संगठनों के लिए चेतावनी है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है. लड़की के परिवार ने राहत की सांस ली है
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...और पढ़ें
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...
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Location :
Kolkata,West Bengal
First Published :
August 10, 2025, 14:49 IST