Last Updated:September 20, 2025, 11:11 IST
India-Canada Relation: घरेलू राजनीति को साधने के लिए कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत के खिलाफ जमकर मुहिम चलाई. इस वजह से दोनों देशों के रिश्ते बेपटरी हो गए. ट्रूडो के कार्यकाल में अनर्गल आरोप लगाने वाले एनएसए नताली ड्रॉइन रिश्ते सुधारने के लिए नई दिल्ली की यात्रा पर हैं.

India-Canada Relation: पूर्व पीएम जस्टिन ट्रूडो की गलत नीतियों की वजह से भारत और कनाडा के रिश्ते काफी तल्ख हो गए थे. ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकवादियों के लिए दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के साथ संबंधों को दरकिनार कर दिया था. ट्रूडो के कार्यकाल के दौरान एनएसए नताली ड्रॉइन और उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन ने गोपनीय सूचनाएं लीक कर दी थी. इसमें यह दावा किया गया था कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ है. भारत ने इसे निराधार बताते हुए खारिज कर दिया था. इस घटनाक्रम से भारत और कनाडा के रिश्ते काफी खराब हो गए थे. अब यही दोनों भारत के साथ रिश्तों को फिर से गर्माहट देने के लिए नई दिल्ली की यात्रा पर हैं. इन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मुलाकात की है.
भारत और कनाडा के बीच तनावपूर्ण रिश्तों को पटरी पर लाने के लिए नई पहल शुरू हुई है. लगभग 11 महीने पहले गृह मंत्री अमित शाह पर सिख अलगाववादियों के खिलाफ अभियान चलाने का आरोप लगाने वाली कनाडा की नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) नताली ड्रॉइन और उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन इस सप्ताह भारत पहुंचे. ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के अनुसार, यहां उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव विक्रम मिस्री से मुलाकात कर द्विपक्षीय संवाद तंत्र को फिर से सक्रिय करने के उपायों पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने जानकारी दी कि यह बैठक 18 सितंबर को हुई. उन्होंने बताया कि यह नियमित सुरक्षा परामर्श वार्ता का हिस्सा थी. साथ ही दोनों नेताओं को जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के बीच हुई बातचीत पर आगे बढ़ने का अवसर भी मिला.
आरोप और तनावपूर्ण रिश्ते
गौरतलब है कि पिछले साल 29 अक्टूबर को नताली और मॉरिसन (तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार के तहत) ने वॉशिंगटन पोस्ट को यह जानकारी दी थी कि गृह मंत्री अमित शाह सिख अलगाववादियों के खिलाफ अभियान के पीछे थे. इसके बाद मॉरिसन ने कनाडा की संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के सामने भी अमित शाह का नाम लिया था. भारत ने इन आरोपों को बेतुका और निराधार बताते हुए 2 नवंबर को कड़े शब्दों में विरोध दर्ज कराया था. दरअसल, भारत-कनाडा रिश्तों में दरार सितंबर 2024 से गहरी हुई थी, जब कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री ट्रूडो ने खालिस्तानी समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की कथित भूमिका का आरोप लगाया था.
रिश्तों में सुधार की कोशिश
विदेश मंत्रालय ने कहा कि हालिया वार्ताओं ने दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करने और वैश्विक व क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श का अवसर दिया. दोनों पक्षों ने साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, क़ानून के शासन के प्रति सम्मान और संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों की पुनर्पुष्टि की. जून 2025 से अब तक हुई प्रगति को भी सराहा गया, जिसमें एक-दूसरे की राजधानियों में उच्चायुक्तों की वापसी शामिल है. दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच बनी आपसी समझ ने यह सुनिश्चित किया कि भारत और कनाडा व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, परमाणु सहयोग, सुरक्षा व कानून प्रवर्तन, महत्वपूर्ण खनिज, अंतरिक्ष, विज्ञान-तकनीक और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में संतुलित और रचनात्मक साझेदारी को आगे बढ़ाएंगे.
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 20, 2025, 11:08 IST