Last Updated:September 20, 2025, 09:36 IST
Yasin Malik News: यासीन मलिक ने दिल्ली हाईकोर्ट में अपने हलफनामे में से हलचल पैदा कर दी है. उसने मनमोनह सरकार और वाजपेई सरकार को लेकर कई दावे किए हैं. अब उसे लेकर कहा जा रहा है कि उसने लश्कर से अपने जान की भीख मांगी थी.

Yasin Malik News: यासीन मलिक के 85 पन्नों के हलफनामे से खलबली मच गई है. यासीन मलिक ने कई सनसनीखेज दावे किए हैं. अब खुद यासीन मलिक को लेकर एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. यासीन मलिक ने एक बार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के सामने अपनी जान की भीख मांगी थी. यासीन मलिक कश्मीरी अलगावादी नेता है. मलिक जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) का चीफ है. यह एक प्रतिबंधित संगठन है. अभी जेल में बंद है और उम्रकैद की सजा काट रहा है.
एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि यह घटना साल 2013 की है, जब जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी आंदोलन उथल-पुथल भरा दौर था. उस वक्त यासीन मलिक ने पाकिस्तानी आईएसआई और लश्कर से जान की भीख मांगी थी. लश्कर ने यासीन मलिक की हत्या की प्लानिंग कर ली थी. इसके लिए सोपोर निवासी लश्कर के आतंकवादी हिलाल डार को काम पर लगा दिया गया था. उसे 2012 में यासीन मलिक की हत्या के लिए नियुक्त किया गया था. आईएसआई के कहने पर आतंकी हिलाल डार ने श्रीनगर के मैसूमा इलाके में मकबूल मंजिल स्थित यान मलिक के आवास की वीडियो निगरानी की थी.
कैसे यासीन मलिक के पीछे पड़ा पाक-लश्कर
सूत्रों के मुताबिक, यह साजिश तब रची गई जब पाकिस्तान को शक हुआ कि मलिक भारतीय एजेंसियों के साथ सीक्रेट रूप से काम कर रहा है. यासीन मलिक के करीबी सहयोगी मौलवी शौकत की उसके आवास के पास एक साइकिल आईईडी विस्फोट में हत्या ने यासीन मलिक के प्रति पाकिस्तान के अविश्वास को और गहरा कर दिया था.2012 के अंत में जम्मू-कश्मीर पुलिस की एक गुप्त सूचना के बाद आतंकी डार को श्रीनगर में गिरफ्तार किया गया था. आतंकी डार ने अपने कबूलनामे में दावा किया कि आईएसआई और लश्कर मिलकर यासीन मलिक को खत्म करना चाहते थे. कारण कि पाकिस्तान और लश्कर को शक था कि यासीन मलिक भारत की खुफिया एजेंसी से जुड़ा और उसके लिए काम कर रहा है.
क्या हुआ था पाकिस्तान में?
साल 2013 में में जब संसद हमले में आतंकी अफजल गुरु को फांसी दी गई तो बड़ा निर्णायक मोड़ आया. यासीन मलिक उस वक्त पाकिस्तान में था.अफजल गुरु की फांसी के बाद उसने तुरंत भारत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किए. उसके साथ शामिल होने वालों में लश्कर का चीफ हाफिज सईद भी शामिल था. सूत्रों का दावा है कि इसी प्रदर्शन के दौरान यासीन मलिक ने आतंकी हाफिज सईद से निजी तौर पर दया की भीख मांगी थी. साथ उसने वादा किया था कि वह फिर कभी भारतीय एजेंसियों के साथ सहयोग नहीं करेगा और आईएसआई के आदेशों का पालन करेगा.
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...और पढ़ें
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First Published :
September 20, 2025, 09:36 IST