बिहार में एनडीए ही क्यों जीता? INDIA खेमा क्यों हुआ चारों खाने चित? 5 प्वॉइंट

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Last Updated:November 14, 2025, 21:23 IST

Why NDA Won In Bihar Elections: बिहार में NDA की भारी जीत के पीछे महिलाओं का मजबूत समर्थन, नीतीश सरकार की योजनाओं का सीधा असर, मोदी फैक्टर, और विपक्ष की कमजोर तैयारी बड़े कारण बने. NDA ने तेजस्वी के हर वादे को तुरंत काउंटर किया, जबकि RJD ‘जंगलराज’ वाली छवि से नहीं निकल पाया. महिलाओं और युवाओं ने विकास पर वोट दिया. INDIA ब्लॉक वादों, संदेश और संगठन... तीनों मोर्चों पर लड़खड़ा गया.

बिहार में एनडीए ही क्यों जीता? INDIA खेमा क्यों हुआ चारों खाने चित? 5 प्वॉइंटबिहार चुनाव में एनडीए की शानदार जीत के बाद दिल्ली स्थित बीजेपी हेडक्वार्टर्स में कार्यकर्ताओं का अभिवादन करते पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी चीफ जेपी नड्डा (Photo : PTI)

नई दिल्ली/पटना: बिहार चुनाव 2025 में NDA की धमाकेदार जीत और INDIA ब्लॉक की करारी हार सिर्फ बयानों का खेल नहीं था. इसके पीछे कई महीनों की जमीन पर चलती रणनीति, विरोधियों की गलतियां, महिलाओं का निर्णायक वोट और नीतीश-मोदी की पकड़ का सीधा असर दिखा. ये लड़ाई सिर्फ सीटों की नहीं थी, नैरेटिव की थी. और इस बार NDA ने विरोधियों के हर दांव को उसी वक्त काट दिया. यहां समझिए अंदर की पूरी कहानी, 5 बड़े पॉइंट्स में.

1. NDA ने विरोधियों के हर वादे को उसी समय काउंटर किया

तेजस्वी यादव ने जैसे ही 200 यूनिट फ्री बिजली का वादा किया, नीतीश कुमार ने तुरंत 125 यूनिट फ्री बिजली का ऐलान कर दिया. यह फैसला उस समय आया जब प्रीपेड मीटर को लेकर लोगों में गुस्सा बढ़ रहा था. इस कदम ने माहौल शांत कर दिया और महागठबंधन की बढ़त को रोक दिया.

इसी तरह तेजस्वी का ‘100% डोमिसाइल’ वाला वादा भी NDA ने चतुराई से पलट दिया. सरकार ने इसे सिर्फ महिलाओं के लिए लागू किया, जिनके पास पहले से 35% आरक्षण है. महिलाओं का भरोसा जहां था, वहां और मजबूत हो गया.

2. महिलाओं को मिला सीधा फायदा, बदले में NDA को मिला सीधा वोट

महिलाएं इस चुनाव की सबसे बड़ी ‘किंगमेकर’ रहीं. नीतीश कुमार की योजनाओं ने महिलाओं में भरोसा पैदा किया था:

साइकिल योजना पोशाक योजना छात्रवृत्ति स्वयं सहायता समूह सरकारी नौकरियों में 33%-50% आरक्षण और इस बार ‘महिला रोजगार योजना’ के तहत 10,000 रुपये का सीधा ट्रांसफर

महिलाओं ने इस बार बड़े पैमाने पर वोट किया और इस ब्लॉक ने महागठबंधन का पूरा खेल उलट दिया.

3. INDIA ब्लॉक का नैरेटिव फेल, तेजस्वी के वादे अविश्वसनीय

तेजस्वी यादव को सर्वे में भले ही ‘सर्वाधिक पसंदीदा’ CM चेहरा बताया गया, लेकिन जमीन पर उनकी रणनीति लगातार फेल होती गई. उनके वादे देखिए:

हर परिवार में एक नौकरी डोमिसाइल पॉलिसी महिला योजनाएं

सब अविश्वसनीय माने गए. यहां तक कि RJD की रैलियों में युवाओं का उत्साह तो दिखा, लेकिन महिलाओं का न आना साफ संकेत था कि चुनाव की हवा किस तरफ है.

4. ‘जंगलराज’ वाला नैरेटिव फिर जिंदा हुआ

NDA ने RJD के खिलाफ सबसे मजबूत हथियार फिर चलाया, जंगलराज. सोशल मीडिया पर फैले वीडियो, स्टेज पर ‘कट्टा-संस्कृति’ वाले गाने और पुरानी यादों की पुनरावृत्ति ने NDA का नैरेटिव और मजबूत किया. मोदी ने सीधे महिलाओं को संदेश दिया, ‘जंगलराज को वापस मत आने दीजिए’. इसका असर साफ दिखा. महिलाओं और मिडिल क्लास ने NDA को एकतरफा समर्थन दिया.

5. मोदी फैक्टर और NDA की मशीनरी का माइक्रो-मैनेजमेंट

चुनाव की घोषणा होते ही बीजेपी ने ‘भारी तोपखाना’ मैदान में उतार दिया.

पीएम मोदी की रैलियां गांव-गांव तक पंचायत लेवल मॉनिटरिंग बूथ प्रबंधन सोशल मीडिया नैरेटिव EBC और दलित घरों पर फोकस

इसके आगे INDIA ब्लॉक पूरी तरह बिखर गया. सीट बंटवारे में देरी, मतभेद, गलत घोषणाएं और खराब संदेशों ने पूरा कैंपेन बिगाड़ दिया. AIMIM की एंट्री और प्रशांत किशोर की पार्टी के फेल होने ने महागठबंधन का माहौल और कमजोर किया.

NDA क्यों जीता और INDIA ब्लॉक क्यों हारा?

NDA ने जमीन पर काम किया, विरोधियों के हर वादे को पलट दिया महिलाओं ने मोदी-नीतीश मॉडल पर भरोसा जताया RJD पुरानी छवि नहीं बदल पाया तेजस्वी की घोषणाएं वोट में नहीं बदलीं मोदी-नीतीश की ‘विकास बनाम जंगलराज’ लाइन सीधी जनता के दिल में गई INDIA ब्लॉक की तैयारी कमजोर, संगठन बिखरा

बिहार ने साफ कर दिया कि चुनाव सिर्फ प्रचार से नहीं, भरोसे और डिलीवरी से जीते जाते हैं. NDA ने दोनों दिए. INDIA ब्लॉक न तो नैरेटिव बना पाया, न ही भरोसा. यही वजह है कि लड़ाई शुरू होने से पहले ही खत्म हो गई. बिहार ने इस बार भी विकास और राजनीतिक स्थिरता को ही चुना.

Deepak Verma

दीपक वर्मा न्यूज18 हिंदी (डिजिटल) में डिप्टी न्यूज एडिटर के रूप में काम कर रहे हैं. लखनऊ में जन्मे और पले-बढ़े दीपक की जर्नलिज्म जर्नी की शुरुआत प्रिंट मीडिया से हुई थी, लेकिन जल्द ही उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म...और पढ़ें

दीपक वर्मा न्यूज18 हिंदी (डिजिटल) में डिप्टी न्यूज एडिटर के रूप में काम कर रहे हैं. लखनऊ में जन्मे और पले-बढ़े दीपक की जर्नलिज्म जर्नी की शुरुआत प्रिंट मीडिया से हुई थी, लेकिन जल्द ही उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म...

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Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

November 14, 2025, 21:23 IST

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