Last Updated:November 14, 2025, 11:03 IST
Prasanth Nair IAS Story: केरल कैडर के आईएएस अधिकारी प्रशांत नायर सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं. कलेक्टर ब्रो के नाम से प्रचलित आईएएस प्रशांत नायर कभी सरकारी नियम तोड़ने के चक्कर में सस्पेंड हो गए थे.
Prasanth Nair IAS Story: प्रशांत नायर सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव हैंनई दिल्ली (Prasanth Nair IAS Story). आईएएस प्रशांत नायर ने अपनी तेज-तर्रार कार्यशैली और सोशल मीडिया के प्रभावी इस्तेमाल से केरल के प्रशासनिक गलियारों में खास पहचान बनाई है. वह 2007 बैच के केरल कैडर से हैं. आईएएस एन प्रशांत मूल रूप से केरल के कोझिकोड जिले से संबंध रखते हैं. कोझिकोड कलेक्टर के रूप में उन्होंने कई ऐसी पहल शुरू कीं, जिसने उन्हें स्थानीय लोगों और मीडिया के बीच ‘कलेक्टर ब्रो’ के रूप में लोकप्रिय बना दिया. उनका करियर सफलता और विवाद, दोनों के कारण सुर्खियों में रहा है.
कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रशांत नायर 2007 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 73वीं रैंक हासिल कर IAS अधिकारी बने. अपने सफल प्रशासनिक करियर के बावजूद वे विवादों के साये में फंस गए थे. केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटने के बाद निर्धारित समय पर राज्य सरकार को रिपोर्ट न करने के कारण उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था. यह प्रशासनिक उल्लंघन उन्हें कुछ समय के लिए विवादों में ले आया, हालांकि बाद में उन्हें सेवा में बहाल कर दिया गया.
आजीवन कानून के छात्र हैं एन प्रशांत
आईएएस एन प्रशांत की शैक्षणिक नींव कानून के क्षेत्र में मजबूत है. आईएएस अफसर बनने से पहले उन्होंने एलएलबी (LLB) की डिग्री हासिल की थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने केरल यूनिवर्सिटी से संबद्ध सरकारी लॉ कॉलेज (तिरुवनंतपुरम) से एलएलबी की पढ़ाई की थी. उन्होंने अपने सोशल मीडिया बायो में लिखा है कि वह कानून के शाश्वत छात्र हैं. इस स्टेटमेंट से उनकी कानूनी क्षेत्र में रुचि और लगातार सीखते रहने की प्रवृत्ति का अंदाजा लगा सकते हैं.
कलेक्टर ब्रो के तौर पर लोकप्रिय हैं आईएएस प्रशांत नायर
एन. प्रशांत को कलेक्टर ब्रो के नाम से जाना जाता है. वह जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं. उनका इंस्टाग्राम अकाउंट भी bro_swamy के नाम से है. सरकारी अफसर के तौर पर उन्होंने जनता के लिए कई पहल शुरू कीं-
‘ऑपरेशन सुलेमानी’ (Operation Sulaimani): यह उनकी सबसे बड़ी पहल है, जिसे उन्होंने कोझिकोड में शुरू किया था. य कूपन-आधारित मुफ्त भोजन योजना थी, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए. इसकी खूब तारीफ हुई थी. सोशल मीडिया का इस्तेमाल: उन्होंने नागरिकों से सीधा संवाद स्थापित करने, सरकारी योजनाओं का प्रचार करने और शिकायतें सुनने के लिए सोशल मीडिया का प्रभावी ढंग से उपयोग किया, जिससे उन्हें ‘कलेक्टर ब्रो’ का उपनाम मिला. बच्चों के लिए काम: उन्होंने स्टूडेंट्स में इनोवेशन और सार्वजनिक भागीदारी की भावना जगाने के लिए शानदार काम किया. उन्होंने सरकारी स्कूलों में ‘स्मार्ट क्लासरूम’ प्रोजेक्ट शुरू करने में बड़ी भूमिका निभाई और युवाओं को प्रशासन से जोड़ने के लिए कई प्रतियोगिताएं आयोजित कीं.2023 में विवादों से जुड़ा नाम
साल 2023 के आखिर में आईएएस प्रशांत नायर को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद अनाधिकृत अनुपस्थिति के कारण केरल सरकार ने निलंबित कर दिया था. यह अनुशासनात्मक कार्रवाई थी. निलंबन के बाद उन्हें सेवा में बहाल कर दिया गया. वह वर्तमान में (नवंबर 2025 तक) केरल राज्य सामान्य प्रशासन विभाग (General Administration Department) में विशेष सचिव (Special Secretary) के पद पर कार्यरत हैं. साथ ही केरल एकेडमी फॉर स्किल एक्सिलेंस (KASE) जैसे संस्थानों के अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं.
With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...और पढ़ें
With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...
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First Published :
November 14, 2025, 11:03 IST

2 hours ago
