Last Updated:November 14, 2025, 11:02 IST
Nalanda ECI Chunav Result 2025: बिहार चुनाव में नालंदा सीट पर जेडीयू के श्रवण कुमार 6280 वोट से आगे हो गए हैं. जेडीयू के श्रवण कुमार और कांग्रेस के कौशलेंद्र कुमार में सीधी लड़ाई है. चौथे राउंड की गिनती शुरू हो गई है.
नालंदा में शुरुआती राउंड में कौन आगे कौन पीछे?Nalanda ECI Chunav Result 2025: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले की सबसे हाई प्रोफाइल नालंदा विधानसभा सीट से जेडीयू के श्रवण कुमार 6280 वोट से आगे हो गए हैं. अभी चौथे राउंड की गिनती जारी है. नालंदा सीट पर इस बार एनडीए और महागठबंधन के साथ-साथ जन सुराज कैंडिडेट मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहा है. यह सीट मुख्यमंत्री का पुराना निर्वाचन क्षेत्र रहा है और 1990 से लगातार जेडीयू के कब्जे में है. जेडीयू का यहां 30 साल का अजेय रिकॉर्ड है.
नालंदा क बारे में सोचते ही प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की छवि सामने आ जाती है. अक्सर इसे विश्व का पहला आवासीय विश्वविद्यालय माना जाता है, जो लगभग एक सहस्राब्दी तक समृद्ध रहा. इसका पतन 1200 ईस्वी के आसपास मोहम्मद बख्तियार खिलजी की सेना से जुड़े एक विनाशकारी अग्निकांड के कारण हुआ.अपनी गौरवशाली विरासत से परे, वर्तमान नालंदा विधानसभा क्षेत्र जो 1977 में स्थापित हुआ, एक अलग कहानी बयां करता है.
नालंदा जिला 1972 में पटना से अलग कर बनाया गया था, जबकि इसकी प्रशासनिक राजधानी बिहारशरीफ एक अलग विधानसभा सीट है. अपने शुरुआती वर्षों में, नालंदा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के श्यामसुंदर प्रसाद और निर्दलीय उम्मीदवार राम नरेश सिंह के बीच बारी-बारी से जीत दर्ज होती रही. दोनों ने पहले चार चुनावों में दो-दो बार जीत हासिल की. लेकिन यह स्थिति तब बदल गई जब नीतीश कुमार का राजनीतिक दबदबा बढ़ा, जिससे इस क्षेत्र की राजनीतिक दिशा पूरी तरह बदल गई.
नीतीश सरकार के मौजूदा मंत्री श्रवण कुमार ने जेडीयू और समता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नालंदा सीट पर लगातार सात बार जीत हासिल की है. 1996 से नालंदा लोकसभा सीट पर जेडीयू लगातार नौ चुनाव जीती है, जो इस क्षेत्र में नीतीश कुमार की गहरी पकड़ को दर्शाता है. 2024 के लोकसभा चुनावों में जेडीयू और बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने नालंदा की सात में से छह विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि राजद केवल एक सीट पर आगे रही.
नीतीश कुमार की कुर्मी जाति का इस जिले में महत्वपूर्ण प्रभाव है. हालांकि, कुमार का जन्म बख्तियारपुर में हुआ था, जो पटना साहिब लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है, फिर भी उनकी पकड़ पूरे जिले में मजबूत है. उन्हें कुशवाहा और अति पिछड़ी जातियों ईबीसी का भी व्यापक समर्थन प्राप्त है. इसके अलावा, अनुसूचित जाति और मुस्लिम मतदाता भी लगातार कुमार का समर्थन करते रहे हैं.
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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First Published :
November 14, 2025, 07:59 IST

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