Last Updated:September 05, 2025, 17:20 IST
Personality Traits of a Bad Manager: मिलेनियल्स हों या जेन ज़ी के नए-नवेले प्रोफेशनल, बॉस की चुगली करने में सभी एक होते हैं. लेकिन कई बार बॉस वाकई इतने टॉक्सिक होते हैं कि अच्छे-भले लोगों की भी मेंटल हेल्थ हिलो...और पढ़ें
Personality Traits: खराब बॉस का व्यवहार समझकर आप करियर बर्बाद होने से बचा सकते हैंनई दिल्ली (Personality Traits of a Bad Manager). क्या आपका मैनेजर टॉक्सिक है? यह सवाल टीवी पर आने वाले टूथपेस्ट के ऐड जैसा लग रहा है. अपने मैनेजर यानी बॉस का व्यवहार पता सबको होता है लेकिन उसके खिलाफ आवाज उठा पाना मुमकिन नहीं होता है. ऑफिस का माहौल कैसा होगा, यह सिर्फ काम पर नहीं बल्कि उस इंसान पर भी निर्भर करता है, जो टीम को लीड करता है. अगर बॉस अच्छा हो तो काम बोझ नहीं बल्कि मजेदार सफर जैसा लगता है, जहां हर दिन कुछ नया सीखने को मिलता है.
लेकिन अगर बॉस ही टॉक्सिक हो तो वही ऑफिस तनाव, चिंता और मायूसी का अड्डा बन जाता है. काम चाहे कितना भी पसंद क्यों न हो, टॉक्सिक बॉस के कारण नौकरी से मन उचटने लगता है. यह सच है कि लोग अक्सर कंपनी नहीं छोड़ते, बल्कि बॉस को छोड़ते हैं. हालिया सर्वे बताते हैं कि कर्मचारी अपनी नौकरी छोड़ने के पीछे सबसे बड़ी वजह सैलरी नहीं, बल्कि खराब लीडरशिप और टॉक्सिक मैनेजमेंट को मानते हैं. एक टॉक्सिक बॉस का असर सिर्फ काम पर नहीं, बल्कि आपके कॉन्फिडेंस, मेंटल हेल्थ और पर्सनल लाइफ पर भी पड़ता है.
टॉक्सिक बॉस के 10 लक्षण
टॉक्सिक बॉस से निपटना किसी जंग से कम नहीं होता है. वे आपकी हर गलती पर नजर रखते हैं, मेहनत का क्रेडिट खुद ले जाते हैं और टीम को सपोर्ट करने के बजाय उस पर दबाव डालते हैं. यही वजह है कि समय रहते उनके लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी हो जाता है. अच्छा बॉस आपके करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है, लेकिन टॉक्सिक बॉस आपकी पूरी जिंदगी को स्ट्रेस और इनसिक्योरिटी से भर सकता है. जानिए टॉक्सिक बॉस के 10 साइन.
1. माइक्रोमैनेजमेंट करना
टॉक्सिक बॉस अपने कर्मचारियों पर भरोसा नहीं करते. वे हर छोटी-बड़ी चीज पर कंट्रोल रखना चाहते हैं, जिससे कर्मचारियों की क्रिएटिविटी खत्म हो जाती है.
2. पब्लिकली अपमान करना
ऐसे बॉस गलतियों को सुधारने के बजाय मीटिंग्स या सबके सामने डांट लगाना पसंद करते हैं. इससे कर्मचारियों का कॉन्फिडेंस खत्म हो जाता है.
3. क्रेडिट खुद लेना
टॉक्सिक बॉस टीम की मेहनत को खुद की उपलब्धि बताकर पेश करते हैं और कर्मचारियों को उनका हक बिल्कुल नहीं देते हैं.
4. स्पष्ट निर्देश न देना
इस तरह के ट्रेट्स वाले बॉस काम की गाइडलाइंस या निर्देश सही तरीके से नहीं देते हैं और बाद में गलती होने पर कर्मचारियों को दोष देते हैं.
5. पसंद-नापसंद के आधार पर व्यवहार
टॉक्सिक बॉस अक्सर कुछ कर्मचारियों को खास महत्व देते हैं और बाकी के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार करते हैं. इससे भी वर्कप्लेस का माहौल बिगड़ता है.
6. ओवरवर्क कल्चर को बढ़ावा देना
ऐसे बॉस मानते हैं कि देर तक ऑफिस में रहना या लगातार ओवरटाइम करना ही काम के प्रति समर्पण का सबूत है. उन्हें खुश करने या उनके दबाव में कर्मचारियों को ऐसा करना भी पड़ता है.
7. सहानुभूति की कमी
कर्मचारियों के निजी हालात, बीमारी या फैमिली इमरजेंसी के प्रति ये बॉस संवेदनशील नहीं होते और सिर्फ काम पर जोर देते हैं.
8. कम्युनिकेशन में कमी
टॉक्सिक बॉस ट्रांसपेरेंट बातचीत से बचते हैं. वे कर्मचारियों को सही जानकारी नहीं देते और फिर अचानक से डेडलाइन थोप देते हैं.
9. विकास के अवसर रोकना
ये बॉस कर्मचारियों को ट्रेनिंग, प्रमोशन या नए प्रोजेक्ट्स में हिस्सा लेने से रोकते हैं ताकि वे कभी उनसे आगे न बढ़ पाएं.
10. नेगेटिव माहौल बनाना
टॉक्सिक बॉस वर्कप्लेस को स्ट्रेसफुल और डर-आधारित बना देते हैं. ऐसी स्थिति में कर्मचारी न तो खुलकर अपनी राय रख पाते हैं और न ही अपनी असली क्षमता दिखा पाते हैं.
वर्कप्लेस सिर्फ मेहनत करने की जगह नहीं, बल्कि यह एक ऐसा माहौल होना चाहिए, जहां कर्मचारी खुद को सिक्योर और मोटिवेटेड महसूस करें. लेकिन जब नेतृत्व का चेहरा ही निगेटिव हो तो काम करना बोझ और जीवन असंतुलित लगने लगता है.
Having an experience of more than 10 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle (health, beauty, fashion, travel, astrology, numerology), entertainment and career. She has covered...और पढ़ें
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First Published :
September 05, 2025, 17:18 IST

1 month ago
