Last Updated:December 09, 2025, 07:22 IST
मलकानगिरि में लेक पडियामी की हत्या के बाद आदिवासी भीड़ ने बांग्लादेशी मूल की बस्ती एमवी-26 में 150 घरों में आग लगा दी. हालातों को देखते हुए इलाके में कर्फ्यू लगाना पड़ा और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी..
हालातों को देखते हुए 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद की गयी.भुवनेश्वर. ओडिशा के मलकानगिरि जिले में भयानक हिंसा भड़क उठी. गुस्साए आदिवासी भीड़ ने बांग्लादेश मूल के लोगों की पूरी बस्ती एमवी-26 को आग लगा दी. करीब 150 घर जलकर राख हो गए. कई लोग बुरी तरह पीटे गए और घायल हो गए. यह मामला इलाके में एक महिला की हत्या को लेकर हुआ है, जिससे नाराज लोगों ने आग लगा दी. प्रशासन दोनों पक्षों से शांति की अपील कर रहा है.
जानकारी के अनुसार राखलगुडा गांव की 51 साल की आदिवासी महिला लेक पडियामी 3 दिसम्बर से लापता थीं. 4 दिसम्बर को दुदामेट्टा नदी किनारे उनका सिर कटा शव मिला. आदिवासियों को शक हुआ कि जमीन विवाद के चलते बांग्लादेशी बसावट के कुछ लोगों ने उनकी हत्या की है. इसी गुस्से में सैकड़ों आदिवासी हथियार लेकर बस्ती में घुस गए और देखते-ही-देखते सब कुछ जला दिया.
24 घंटे के लिए इंटरनेट बंंद
हमले की आशंका पहले से थी, इसलिए रातोंरात करीब एक हजार बांग्लादेशी मूल के लोग बस्ती छोड़कर भाग गए. प्रशासन ने तुरंत कर्फ्यू लगा दिया और शाम 6 बजे से 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया. अतिरिक्त पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स भेजी गई है. पुलिस अधीक्षक विनोद पाटिल ने बताया कि हत्या के दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. क्षेत्र डीजीपी वाई बी खुरानिया खुद मौके पर पहुंचे ताकि माओवादियों को स्थिति का फायदा न उठाने दिया जाए.
विधानसभा पहुंचा मामला
मामला विधानसभा तक गूंजा. बीजू जनता दल के विधायक प्रताप केशरी देब ने बीजेपी सरकार पर पुराना जमीन विवाद सुलझाने में नाकाम रहने का आरोप लगाया. जवाब में बीजेपी विधायक टंकधर त्रिपाठी ने कहा कि पहले की बीजद सरकार के मुकाबले मौजूदा मोहन चरण माझी सरकार ने तुरंत कार्रवाई की है.
आज शांति के लिए बैठक
जिला कलेक्टर सोमेश उपाध्याय ने बताया कि मंगलवार सुबह 10:30 बजे दोनों समुदायों के लोगों की शांति समिति की बैठक बुलाई गई है. गौरतलब है कि 1970 के दशक तक बांग्लादेश से आए दो लाख से ज्यादा बंगाली भाषी परिवार मलकानगिरि के 214 गांवों में बस गए थे और भारतीय नागरिकता ले चुके हैं. अब यह पुराना तनाव कभी भी हिंसा में बदल जाता है. प्रशासन दोनों पक्षों से शांति की अपील कर रहा है.
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Sharad Pandeyविशेष संवाददाता
करीब 20 साल का पत्रकारिता का अनुभव है. नेटवर्क 18 से जुड़ने से पहले कई अखबारों के नेशनल ब्यूरो में काम कर चुके हैं. रेलवे, एविएशन, रोड ट्रांसपोर्ट और एग्रीकल्चर जैसी महत्वपूर्ण बीट्स पर रिपोर्टिंग की. कैंब्रिज...और पढ़ें
First Published :
December 09, 2025, 07:22 IST

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