Russia Ukraine Ceasefire News: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले करीब साढ़े 3 साल से चल रहे युद्ध का अब अंत होने की संभावना बनने लगी है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की अपने समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से आमने-सामने मिलने के लिए सहमत हो गए हैं. दोनों की यह मुलाकात इसी हफ्ते तुर्किए में हो सकती है. इस बैठक को करवाने में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अहम रोल माना जा रहा है, जिन्होंने जेलेंस्की पर पुतिन से मीटिंग करने के लिए जोर डाला.
'मैं पुतिन का इंतजार करूंगा'
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट करके लिखा, मैं गुरुवार को तुर्की में व्यक्तिगत रूप से पुतिन का इंतज़ार करूंगा. मुझे उम्मीद है कि इस बार रूसी बहाने नहीं ढूंढेंगे.' जेलेंस्की ने कहा कि कहा कि सोमवार से "पूर्ण और स्थायी युद्धविराम" "कूटनीति के लिए आवश्यक आधार" प्रदान करेगा लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या यह वार्ता में शामिल होने के लिए एक पूर्व शर्त होगी.
बताते चलें कि इससे पहले पुतिन के बिना शर्त युद्धविराम के लिए सहमत न होने तक जेलेंस्की सीधी मीटिंग न करने के लिए अड़े हुए थे. उनके समर्थक यूरोपीय देश भी इसी लाइन पर अड़े हुए थे. उन देशों ने शनिवार को यूक्रेन की राजधानी कीव में बैठक करके कहा कि पुतिन के बिना शर्त युद्धविराम के लिए सहमत होने से पहले कोई और बातचीत नहीं हो सकती.
पुतिन ने नहीं माना यूरोपीय देशों का अल्टीमेटम
उन्होंने रूस को अल्टीमेटम दिया कि वह सोमवार 12 मई तक यूक्रेन के साथ 30 दिनों तक बिना शर्त युद्ध विराम की घोषणा करे या फिर नए प्रतिबंधों का सामना करने के लिए तैयार रहे. लेकिन पुतिन ने यूक्रेन और अन्य यूरोपीय देशों का यह अल्टीमेटम खारिज कर दिया. युद्धविराम प्रस्ताव को नज़रअंदाज़ करते हुए, उन्होंने गुरुवार को तुर्किए में जेलेंस्की के साथ सीधी बातचीत करने का प्रस्ताव रखा.
जेलेंस्की के तेवर हुए ढीले
ट्रंप ने पुतिन के इस न्योते का समर्थन किया और जेलेंस्की पर दबाव बढ़ाते कहा कि उन्हें गुरुवार को रूसी अधिकारियों के साथ बैठक करने के लिए तुरंत सहमत होना चाहिए. जर्मनी के नए चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ ने ट्रंप की इस पहल का समर्थन किया. इसके बाद जेलेंस्की के तेवर भी ढीले हो गए और उन्होंने घोषणा की कि वह इस सप्ताह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए तैयार हैं.
'पहला कदम युद्धविराम'
जेलेंस्की ने लिखा, 'किसी भी जंग को खत्म करवाने का पहला कदम युद्धविराम ही होता है. हालांकि हम एक पूर्ण और स्थाई युद्धविराम का इंतजार कर रहे हैं. जिससे डिप्लोमेसी को जरूरी आधार प्रदान किया जा सके. इस तरह लोगों की मौत और हत्याओं को आगे खींचने का कोई अर्थ नहीं है. मुझे उम्मीद है कि इस बार रूसी कोई बहाना नहीं ढूंढेंगे. मैं गुरुवार को तुर्किए में पुतिन का इंतजार करूंगा.'
साढ़े तीन साल से चल रहा युद्ध
बताते चलें कि नाटो का हिस्सा बनने की जेलेंस्की की जिद से नाराज रूस ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमला किया था. तब से दोनों देशों के बीच जंग जारी है. रूस अब तक उसके पूर्वी हिस्से पर कब्जा कर चुका है, जो युक्रेन का कुल 20 फीसदी क्षेत्रफल है. इससे पहले 2014 में वह उसके क्रीमिया इलाके पर कब्जा कर चुका है.