DNA: कौन हैं पुतिन के 'सिलोविकी'? मर्जी के बिना कोई आसपास फटक नहीं सकता; क्या है काम

54 minutes ago

How Powerful is Putin Security: रूस के राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा से पहले उनकी सुरक्षा की विशेष रूप से चर्चा हो रही है. लेकिन आज हम आपको पुतिन की शैडो फोर्स के बारे में बताना चाहते हैं. ये पुतिन की वो फोर्स है जो साये की तरह उनके साथ चलती है. ये वो फोर्स है जो हमेशा पुतिन के सबसे करीब रहती है, जिनके बिना पुतिन कोई फैसला नहीं लेते हैं. जिनकी मदद से ही रूस की सत्ता पर पुतिन की मजबूत पकड़ बनी हुई है.

पुतिन के बारे में कहा जाता है कि वो कुछ गिने-चुने लोगों से ही घिरे रहते हैं. कुछ खास लोगों के अलावा और कोई उनके करीब फटक भी नहीं सकता है. इन चुनिंदा लोगों के घेरे को सिलोविकी कहा जाता है. आज आपको पुतिन के सिलोविकी, सिलोविकी से जुड़े लोगों के काम और पुतिन से उनके संबंधों के बारे में भी जानना चाहिए.

कैसी है पुतिन की सिक्योरिटी?

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आसान भाषा में सिलोविकी का मतलब है रूस में ऐसे लोग जो सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों से आते हैं और देश की सत्ता में बहुत बड़ी भूमिका रखते हैं. अगर ये कहा जाए कि सिलोविकी रूस का असली पावर सेंटर है तो गलत नहीं होगा. सिलोविकी से जुड़े लोग हमेशा पुतिन का दिमाग बनकर उन्हें घेरे रहते हैं और उनके अहम फैसलों में सलाह देते हैं.

#DNAमित्रों : पुतिन के 'सिलोविकी' का विश्लेषण, पुतिन के पास कैसे 7-7 'दिमाग' है ?
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पुतिन खुद भी सिलोविकी रह चुके हैं. वर्ष 1975 से 1991 तक पुतिन रूस की खुफिया एजेंसी KGB में काम कर चुके हैं. अब आपको ये भी जानना चाहिए कि सिलोविकी में कौन-कौन हैं और उनकी क्या भूमिका है?

सिलोविकी में 7 लोग मुख्य रूप से हैं जिनमें पहला नाम निकोलाई पेत्रुशेव का है. खुफिया अधिकारी पेत्रुशेव 70 के दशक से पुतिन को जानते हैं. रूस की सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष पेत्रुशेव अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों के घोर विरोधी हैं.

पुतिन के करीबियों में दूसरा नाम अलेक्जेंडर बोर्तनिकोव का है जो रूस की घरेलू खुफिया एजेंसी FSB के प्रमुख हैं. बोर्तनिकोव भी पुतिन को 70 के दशक से जानते हैं. देश पर पुतिन का नियंत्रण बनाए रखने में इनकी प्रमुख भूमिका है.

सिलोविकी में तीसरा नाम सर्गेई नारिश्किन का है जो रूस की विदेशी खुफिया सेवा SVR के प्रमुख हैं. ये पिछले 35 साल से पुतिन को जानते हैं. इन्हें पुतिन का संभावित उत्तराधिकारी भी बताया जाता है.

पुतिन के करीबियों में चौथा नाम रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु का है. शोइगु के बारे में बताया जाता है कि वो साइबेरिया में पुतिन के साथ शिकार अभियान पर जाते हैं.

सिलोविकी में पांचवां नाम एंटोन वैनो का है जो राष्ट्रपति कार्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ है. वो दुनिया के सामने कम दिखाई देते हैं. माना जाता है कि एंटोन वैनो, पुतिन के बेहद भरोसेमंद हैं.

पुतिन के करीबियों में छठा नाम वालेरी गेरासिमोव का है जो रूस की सेना के जनरल हैं. गेरासिमोव को अनुभवी सैन्य रणनीतिकार कहा जाता है.

और सिलोविकी की सूची में सातवां नाम यूरी कोवलचुक का है. यूरी के पास कोई सरकारी पद नहीं है लेकिन पुतिन से उनके पारिवारिक और व्यक्तिगत संबंध हैं.

इन 7 लोगों की मदद और सलाह से पुतिन रूस की सत्ता पर काबिज हैं. पुतिन जब भारत के दौरे पर आएंगे तो इनमें से कुछ सिलोविकी भी उनके साथ ज़रूर मौजूद रहेंगे.

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