134 दिन के लिए बंद हुए प्रसिद्ध भगवान कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट बंद

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Last Updated:December 02, 2025, 10:53 IST

हिमाचल प्रदेश में सर्दियों में बर्फबारी के सीजन के चलते देवी देवताओं के मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. चंबा के भरमौर में भी कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं, जो कि करीब अब पांच महीने बाद खुलेंगे.

134 दिन के लिए बंद हुए प्रसिद्ध भगवान कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट बंदहिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के भरमौर में स्थित भगवान शिव के ज्येष्ठ पुत्र भगवान कार्तिकेय का यह मंदिर है.

भरमौर. (चंबा). उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में शुमार भगवान कार्तिक स्वामी (केलंग वजीर) मंदिर के कपाट परंपरागत विधि-विधानों के अनुसार  बंद कर दिए गए. विधिवत पूजा-अर्चना के पश्चात कपाट बंद किए गए, जो अब आगामी वर्ष बैसाखी पर धार्मिक अनुष्ठानों के उपरांत ही खोले जाएंगे.

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के भरमौर में स्थित भगवान शिव के ज्येष्ठ पुत्र भगवान कार्तिकेय का यह मंदिर है. यह प्राचीन मंदिर जनजातीय क्षेत्र भरमौर के कुगती गांव से लगभग 5 किलोमीटर पैदल दूरी पर ऊंची पहाड़ी चोटी पर स्थित है. हर वर्ष देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए पहुंचते हैं. मणिमहेश यात्रा के दौरान भी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ यहां उमड़ती है.

मंदिर परिसर से कुछ और ऊंचाई पर भगवान कार्तिकेय की बहन माता मराली का मंदिर भी स्थित है, जहां श्रद्धालु विशेष रूप से दर्शन करते हैं. चंबा से 80 किलोमीटर दूर कुगती है. कुगती से सात किलोमीटर की पैदल चढ़ाई के बाद मंदिर आता है.

सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार, कपाट बंद करने से पूर्व पुजारी मंदिर के भीतर जल से भरा एक कलश स्थापित करते हैं. बैसाखी के दिन जब कपाट पुनः खोले जाते हैं, तो कलश में मौजूद जलस्तर को आने वाले वर्ष की फसल, सुख-समृद्धि अथवा संभावित प्राकृतिक विपदाओं का संकेत माना जाता है. यदि कलश में जल का स्तर अधिक हो तो इसे शुभ और उन्नति का प्रतीक माना जाता है, जबकि कम या सूखा जलस्तर आपदाओं की आशंका का संकेत माना जाता है.

वहीं, कुछ पंडितों का मानना है कि पूरे देश में जहां-जहां पहाड़ी क्षेत्रों पर मंदिर है, उनके कपाट सर्दियों में बंद कर दिए जाते हैं. क्योंकि हो सकता है कि उन दिनों यहां पर बर्फबारी बहुत ज्यादा होती है और पंडित वहां पूजा अर्चना के लिए ना आ सकते हों. यह भी एक वजह हो सकती है कि इसलिए अगले  तीन-चार महीना के लिए इन मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं . उन्होंने कहा इसी तरह देश के अन्य कुछ भागों में भी मंदिर इसी तरह बंद कर दिए जाते हैं.

सर्दियों में कार्तिक स्वामी मंदिर के पास भारी बर्फबारी होती है. (File Photo)

मंदिर के पुजारी स्वामी भुवनेश्वर शर्मा ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में “कार्तिक स्वामी केलंग वजीर” के जयकारों के बीच कपाट बंद किए गए. अब मंदिर के कपाट 134 दिनों बाद, यानी 14 अप्रैल को पुनः खोले जाएंगे. गौरतलब है कि इस मंदिर की एक रील सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी. इसमें लोग भजन गाते हुए नजर आए थे.

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Vinod Kumar Katwal

Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...और पढ़ें

Location :

Chamba,Chamba,Himachal Pradesh

First Published :

December 02, 2025, 10:30 IST

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